कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से राफेल लड़ाकू विमान डील को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जोसेफ ने फैसला सुनाते हुए राफेल घोटाले की जांच के दरवाजे खोल दिए हैं. लिहाजा अब इस मामले की जांच पूरी गंभीरता से होनी चाहिए.
इस घोटाले की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) का गठन किया जाना चाहिए. राहुल गांधी का यह ताजा बयान राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायमूर्तियों की पीठ के फैसले के बाद आया है. गुरुवार को राफेल डील मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायमूर्तियों की पीठ ने फैसला सुनाया था और पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज किया था.
Justice Joseph of the Supreme Court has opened a huge door into investigation of the RAFALE scam.
An investigation must now begin in full earnest. A Joint Parliamentary Committee (JPC) must also be set up to probe this scam. #BJPLiesOnRafale pic.twitter.com/JsqZ53kZFP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 14, 2019Advertisement
सुप्रीम कोर्ट की इस पीठ में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस संजय किशन कौल के साथ ही जस्टिस के. एम. जोसेफ शामिल रहे. जस्टिस जोसेफ ने राफेल डील की पुनर्विचार याचिका को खारिज करने पर सहमति जताने के साथ ही कहा कि अगर याचिकाकर्ताओं की शिकायत पर कोर्ट एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देती है, तो प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 17A के तहत व्यर्थ साबित होगी. हालांकि उन्होंने कहा कि किसी गंभीर अपराध का खुलासा करने के लिए मामले में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए.
जस्टिस जोसेफ ने कहा कि प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट की धारा 17A किसी मामले की जांच के लिए पहले मंजूरी की बात करता है. इसके साथ ही ललिता कुमारी के मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए शुरुआती जांच का प्रावधान किया गया है.
इससे पहले भी राहुल गांधी राफेल लड़ाकू विमान सौदे मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग कर चुके हैं. राहुल गांधी राफेल डील में घोटाले का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘चौकीदार चोर है’ तक कह दिया था. उन्होंने कहा था कि अब तो सुप्रीम कोर्ट भी मान चुका है कि चौकीदार चोर है.
इसके बाद बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में आपराधिक अवमानना की याचिका दाखिल की थी, जिसके बाद राहुल गांधी को माफीनामा देना पड़ा था. गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने लंबी दलीलों के बाद राहुल गांधी के माफीनामा को स्वीकार कर लिया था.