मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम जी राजन अगले महीने जब रिजर्व बैंक के गवर्नर का काम संभालेंगे तो वह इस पद पर बैठने वाले तीसरे सबसे युवा होंगे. तब उनकी उम्र 50 साल 6 महीने होगी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जब 1982 में रिजर्व बैंक गवर्नर बने थे तब उनकी उम्र 50 साल में 10 दिन कम थी. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था और उन्होंने रिजर्व बैंक के 15वें गवर्नर के रूप में 16 सितंबर 1982 को शपथ ली थी. उस समय के वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने उनकी नियुक्ति की थी.
सबसे युवा रिजर्व बैंक गवर्नर रहे सर सी.डी. देशमुख. उन्हें 47 वर्ष की उम्र में 1943 में यह सौभाग्य मिला. आजादी के समय भी वह गवर्नर बने रहे और इस तरह आजाद भारत के पहले गवर्नर बने.
राजन मौजूदा गवर्नर डी. सुब्बाराव की जगह लेंगे, जो 4 सितंबर को पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद रिटायर हो रहे हैं. राजन पिछले 10 साल में पहले गवर्नर होंगे जो कि सिविल सेवा से नहीं हैं. इससे पहले बिमल जालान ऐसे गवर्नर बने थे जो कि प्रशासनिक सेवा से नहीं थे.
रघुराम राजन का करियर
रघुराम राजन ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में 2008 के ग्लोबल वित्तीय संकट की भविष्यवाणी की थी. संकट के गहराने के बाद उन्हें इस भविष्यवाणी के लिए बड़ी ख्याति मिली. राजन को पिछले साल अगस्त में वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था. उन्हें ऐसे वक्त गवर्नर बनाया जा रहा है जब अर्थव्यवस्था सुस्ती के दौर से गुजर रही है, रुपया लगातार गिर रहा है और खुदरा बाजार में महंगाई बढ़ी हुई है. साथ ही चालू खाते का घाटा (कैड) अब तक के उच्च स्तर पर बना हुआ है. इस लिहाज से उनके लिये नई जिम्मेदारी काफी चुनौतीपूर्ण होगी.
नियुक्ति के ऐलान के बाद राजन ने कहा, ‘यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये चुनौतीपूर्ण समय है, ऐसे में रिजर्व बैंक और सरकार मिलकर काम करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे पास ऐसी कोई जादू की छड़ी तो नहीं है कि समस्याएं एक झटके में समाप्त हो जाएं, लेकिन इतना जरूर है कि हम उनसे निपट लेंगे.’
राजन को उनकी साफगोई के लिये जाना जाता है. आईआईएम अहमदाबाद और आईआईटी दिल्ली के छात्र रहे राजन प्रधानमंत्री के मानद आर्थिक सलाहकार भी रहे हैं. उन्हें पिछले साल कौशिक बसु के स्थान पर वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया.
राजन ‘बेहतर पसंद’: रंगराजन
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष सी. रंगराजन ने रिजर्व बैंक गवर्नर के पद पर रघुराम राजन की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में देश के वित्तीय क्षेत्र को दिशा देने के लिये राजन ‘अच्छी पसंद’ है.
रंगराजन ने कहा, ‘यह बेहतर पसंद है. वित्तीय मामलों में राजन की उत्कृष्ट पृष्टभूमि रही है. वह एक बेहतर प्रोफेसर रहे हैं और पिछले एक साल के दौरान भारत में समस्याओं से निपट रहे हैं. इसलिए मेरा मानना है कि इस समय वह एक बेहतर गवर्नर साबित होंगे.’
रंगराजन ने कहा कि राजन को भारतीय आर्थिक परिस्थितियों के बेहतर समझ है और उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ भी काम किया है.
सरकार के सामने झुकना नहीं: बीजेपी
बीजेपी ने रघुराम राजन को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किए जाने का स्वागत किया लेकिन साथ ही उन्हें सलाह दी कि वे केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता के मुद्दे पर सरकार से समझौता नहीं करें, न ही उसके सामने झुकें.
पूर्व वित्त मंत्री तथा बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने राजन की नियुक्ति पर प्रतिक्रिया चाहने पर कहा, 'मैं उनको शुभकामनाएं देता हूं. वे अच्छे युवा हैं.' हालांकि उन्होंने कहा कि राजन के पूर्ववर्ती डी सुब्बाराव ने भी सरकार के पसंदीदा गवर्नर के रूप में काम शुरू किया था. हालांकि बाद में हालात बिगड़ गए.
सिन्हा ने कहा, 'राजन केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता के मुद्दे पर सरकार से समझौता न करें, न ही उसके सामने झुकें.'
वित्त जगत से वेलकम
राजन की रिजर्व बैंक गवर्नर के पद पर नियुक्ति का आर्थिक और उद्योग जगत में स्वागत किया गया. उद्योग जगत ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री की इस पद पर नियुक्ति से अर्थव्यवस्था को फिर से आर्थिक वृद्धि के रास्ते पर लाने में मदद मिलेगी.
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा राजन कठिन समय में गवर्नर का पद संभालने आ रहे हैं, लेकिन उनका अकादमिक और पेशेवर रिकार्ड बेहतर है.
भारतीय उद्योग परिसंघ के पूर्व अध्यक्ष आदि गोदरेज ने राजन की नियुक्ति का स्वागत करते हुये कहा कि उनका वैश्विक अनुभव और वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के तौर पर उनकी भूमिका उन्हें बेहतर स्थिति में रखेगी.
वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की ने कहा है, ‘हम सौभाग्यशाली हैं कि रघुराम राजन जैसे प्रमुख अर्थशास्त्री की रिजर्व बैंक गवर्नर पद पर नियुक्ति हुई है.’ फिक्की अध्यक्ष नैना लाल किदवई ने कहा, ‘वह ऐसे समय रिजर्व बैंक गवर्नर का पद संभाल रहे हैं जब अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही है. एक तरफ जहां रुपये की लगातार गिरती कीमत पहले से ही उच्चस्तर पर बने चालू खाते के घाटे की स्थिति के लिये और चुनौती खड़ी कर सकती है वहीं दूसरी तरफ औद्योगिक वृद्धि में लगातार सुस्ती अहम चिंता बनी हुई है.’
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के पूर्व अध्यक्ष और प्रमुख उद्योगपति आदि गोदरेज ने कहा कि राजन के वैश्विक अनुभव और सरकार में मुख्य आर्थिक सलाहकार के तौर पर उनके कामकाज को देखते हुये वह बेहतर स्थिति में होंगे.
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने रिजर्व बैंक गवर्नर के लिये राजन को, ‘बहुत अच्छी पसंद’ बताते हुये कहा,’हमारे वित्तीय बाजार को संभालने के लिये वह सही व्यक्ति हैं, वह बैंकिंग क्षेत्र के लिये कुछ नया कर सकते हैं.’ उद्योग संगठन एसोचैम ने कहा, ‘हम राजन का रिजर्व बैंक गवर्नर नियुक्त किए जाने पर स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वह महंगाई पर अंकुश के लिये ठोस कदम उठाएंगे. फिलहाल समय की जरूरत है कि अर्थव्यवस्था में आपूर्ति स्थिति को बेहतर बनाने के लिये उपयुक्त मौद्रिक परिस्थितियां बनाई जायें.’ ईईपीसी के अध्यक्ष अमन चढ्ढा ने विश्वास जताया कि राजन अपने व्यापक अनुभव के आधार पर बढ़ते चालू खाते के घाटे और गिरते रपये को संभालने में कामयाब होंगे.