कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका में बर्कले की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में युवा छात्रों के साथ संवाद किया. इस दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. अब बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल के भाषण पर पलटवार किया है. संबित ने ट्वीट कर कहा कि राहुल US में जाकर अपने ही देश की आलोचना कर रहे हैं, जो उनकी निराशा को दर्शाता है.
Astonishing that Congress VP, Rahul Gandhi goes to US and slams his own Country,India ..It's frustration of Rahul speaking..Deplorable!
— Sambit Patra (@sambitswaraj) September 12, 2017
नकवी ने भी दिया जवाब
मुख्तार अब्बास नकवी ने भी राहुल के बयान पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी हो या कांग्रेस पार्टी देश की तरक्की पर पलीता लगाने के पोलिटिकल पाखंड के पर्यायवाची बन गए हैं. इसलिए उनके मुंह से इस तरीके से शब्द निकलेंगे'.
नकवी ने ये भी कहा कि जिन लोगों ने दशकों तक देश के गरीब-कमजोरों का राजनीतिक शोषण किया हो, यह माहौल उनको हजम नहीं होगा. नकवी ने कहा, 'देश का दुष्प्रचार विदेशों में करने में ये लोग सफल नहीं होंगे'.
मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल के कश्मीर को लेकर दिए गए बयान पर भी टिप्पणी की. नकवी ने कहा, 'राहुल गांधी घर से निकलकर संसद में जाएं, वहां की लाइब्रेरी में जाकर अपनी पार्टी और अपनी सरकार का इतिहास-भूगोल पढें, उन्हें पता लग जाएगा कि कश्मीर समस्या किसने दी है'.
क्या बोले राहुल गांधी ?राहुल ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने नोटबंदी, कश्मीर नीति, विदेशनीति पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. वहीं राहुल ने स्वच्छ भारत की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मेरे से अच्छे वक्ता हैं.
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मोदी मेरे भी PM, मेरे से अच्छे वक्ता
मैं विपक्ष का नेता हूं लेकिन मोदी मेरी भी पीएम हैं. PM मोदी मेरे से भी अच्छे वक्ता हैं वह लोगों को मैसेज देना जानते हैं. लेकिन वो बीजेपी के नेताओं की भी नहीं सुनते हैं. स्वच्छ भारत एक अच्छा आइडिया, मुझे भी पसंद है. आज रूस पाकिस्तान को हथियार बेच रहा है, जो पहले कभी नहीं हुआ ऐसा पहले नहीं होता था. नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, मालदीव में चीन का दबदबा बढ़ रहा है, विदेश नीति में बैलेंस करना जरूरी है. अमेरिका के साथ दोस्ती करना जरूरी लेकिन दूसरे देशों से भी रिश्ते बनाना जरूरी है.
मैं अमेरिका से काफी कुछ सीखा और अब भारत में अप्लाई कर रहा हूं. लेकिन आप भारत में सीधे तरीके से उस चीज को अप्लाई नहीं कर सकते हैं. मैंने इकॉनोमिक्स पढ़ी लेकिन अब मेरे काम में वह चीज काफी कम आती है.