SC/ST एक्ट और मराठा आरक्षण जैसे मुद्दे पर बैकफुट पर खड़ी भारतीय जनता पार्टी के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान मुश्किलें लेकर आया है. गडकरी को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी लेकिन शायद तब तक काफी देर हो गई. अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री पर तंज कसा है.
दरअसल, गडकरी ने कहा था कि आखिर लोगों को आरक्षण क्यों चाहिए जब देश में नौकरी ही नहीं हैं. इस पर राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि गडकरी जी, आपने बिल्कुल सही सवाल पूछा है. हर भारतीय ये ही सवाल पूछ रहा है. आखिर नौकरियां कहां हैं?
क्या था नितिन गडकरी का बयान?
दरअसल, केंद्रीय मंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि यदि आरक्षण दे दिया जाता है तो भी फायदा नहीं है, क्योंकि नौकरियां नहीं हैं. बैंक में आईटी के कारण नौकरियां कम हुई हैं. सरकारी भर्ती रुकी हुई हैं. नौकरियां कहां हैं? नितिन गडकरी ने आर्थिक आधार पर आरक्षण की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक ‘सोच’ है जो चाहती है कि नीति निर्माता हर समुदाय के गरीबों पर विचार करें.
उन्होंने कहा कि एक सोच कहती है कि गरीब गरीब होता है, उसकी कोई जाति, पंथ या भाषा नहीं होती. उसका कोई भी धर्म हो, मुस्लिम, हिंदू या मराठा (जाति), सभी समुदायों में एक धड़ा है जिसके पास पहनने के लिए कपड़े नहीं है, खाने के लिए भोजन नहीं है.’
बयान पर बवाल मचने के बाद गडकरी ने इस पर सफाई भी दी. उन्होंने लिखा कि मुझे कुछ खबरें देखने को मिलीं, लेकिन मैं साफ करना चाहता हूं कि आरक्षण में बदलाव को लेकर सरकार का कोई प्लान नहीं है.
My attention has been drawn to certain media reports attributed to me. There is absolutely no thinking at the central government to change the reservation criteria from castes to economic conditions.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 4, 2018
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में 16 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकचर मराठा समुदायों का आंदोलन जारी है. पुणे, नासिक, औरंगाबाद में यह आंदोलन हिंसक भी हुआ कई जगहों पर आगजनी भी हुई. कई जगहों से कथित तौर पर युवकों के आत्महत्या की भी खबरें आईं.