कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने समाज के हर हिस्से में महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया है. कर्नाटक के तुमकुर में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आज हर जगह महिलाओं को दबाया जाता है. राहुल ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि विपक्ष महिलाओं की इज्जत नहीं करता है.
उन्होंने कहा कि महिलाओं को शक्ति देने से देश की तेजी से प्रगति होगी. समाज के हर काम में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है. महिलाओं से राजनीति में आगे आने आह्वान करते हुए कहा कि राहुल ने कहा, 'आइए, हम एक साथ देश को बदलें. जब तक महिलाओं को सशक्त नहीं बनाया जाएगा, हमारा देश सुपर पावर नहीं बन पाएगा.'
राहुल ने कहा, 'हमारा मकसद था कि इस रैली को महिलाओं की रैली बनाई जाए. हालांकि, यहां पुरुषों की तादाद ज्यादा दिख रही है. कांग्रेस की बैठकों में भी ऐसी ही स्थिति होती है. मैं चाहता हूं कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व मिले. मैं इस दिशा में काम कर रहा हूं. मैं चाहता हूं कि पार्टी के संगठन में ज्यादा से ज्यादा महिलाएं हों.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपने बचपन से जुड़े एक किस्से को याद करते हुए कहा, 'जब मैं 12 साल का था तो मुझे बोर्डिंग स्कूल में भेजा गया था. वहां 15 साल का एक लड़का था जो मुझे परेशान किया करता था. दो-तीन साल बाद मैं भी बड़ा हुआ और वह लड़का वहां से भाग गया. उस दिन मैं बेहद खुश था और खुद को आजाद महसूस किया. जब मैंने महिलाओं के साथ काम करना शुरू किया तो मुझे एहसास हुआ कि महिलाएं भी उसी तरह परेशान होती हैं जिस तरह वो लड़का मुझे परेशान किया करता था.'
राहुल ने आगे कहा, 'मैं जब महिलाओं से बात करता हूं तो वो मुझे बताती हैं कि समाज में उन्हें किस तरह दबाया जाता है. जिस तरह की आजादी का अनुभव मैंने स्कूल में महसूस किया था, उसी तरह की आजादी हर महिलाओं को मुहैया कराना चाहता हूं. मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि शाम को, रात में, बसों में, यहां तक कि संसद में महिलाएं बिना किसी डर के चल सकें. मैं सुरक्षा, आजादी और बिना डर के हर सेक्टर में उनका प्रतिनिधित्व देखना चाहता हूं.'
राहुल गांधी की इस रैली की खासियत यह रही कि कांग्रेस उपाध्यक्ष की बात को स्थानीय भाषा में अनुवाद करने के लिए एक शख्स मंच पर मौजूद था. पहले राहुल अपनी बात हिंदी में कहते फिर उनकी बात का कन्नड़ रुपांतरण रैली के मौजूद लोगों को सुनाया जाता था.
महात्मा गांधी स्टेडियम में राहुल के भाषण के वक्त पर मंच पर कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया, कर्नाटक कांग्रेस के चीफ परमेश्वर, कानून मंत्री टी बी जयचंद्र और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह मौजूद थे.