झारखंड की एक चुनावी रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' बयान को भाजपा ने मुद्दा बना लिया है. लोकसभा में इस बयान पर हंगामा मचाने के बाद भाजपा की महिला सांसदों ने शुक्रवार को निर्वाचन सदन पहुंचकर चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के नेतृत्व में साढ़े 5 बजे पहुंची महिला सांसदों ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी के बयान की शिकायत की.
निर्वाचन सदन के बाहर पत्रकारों से ईरानी ने कहा, 'राहुल गांधी रेप को पोलिटिकल टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं. महिला सांसदों ने चुनाव आयोग से उनके अपमानजनक बयान की शिकायत की है. देश के आक्रोषित परिवारों की ओर से भाजपा की महिला सांसदों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है, इलेक्शन कमीशन ने एक्शन का आश्वासन दिया है.'
स्मृति ईरानी ने कहा, 'मैं पूछना चाहती हूं कि क्या देश का हर बेटा, भाई रेपिस्ट है. मैं जनता से पूछना चाहती हूं.,क्या इस तरह का अपमान करना कितना सही है?' इस मौके पर मेनका गांधी, देबश्री चौधरी, सरोज पांडेय, भूपेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे.
एनसीडब्ल्यू ने भी राहुल गांधी की निंदा की
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' टिप्पणी की निंदा की है. शर्मा ने अपने ट्वीट में राहुल गांधी की निंदा करते हुए कहा, 'राहुल गांधी रेप इन इंडिया कह कर क्या संदेश देना चाहते हैं? रेप शब्द का इस्तेमाल करना इतना सहज कैसे है? क्या उन्हें एहसास है कि यह महिला के लिए कितना कष्टप्रद है? दो राज्यों में जहां इन मामलों की संख्या ज्यादा है, जहां महिला आयोग नहीं है, वहां कांग्रेस की सरकारें हैं. इस बारे में क्या कहेंगे?'
वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, 'यह भारत के इतिहास में पहली बार है कि गांधी परिवार का एक व्यक्ति ने महिलाओं का अपमान करने की धृष्टता की है और उनके दुष्कर्म का आह्वान किया है. देश के इतिहास में यह पहली बार है कि एक नेता ने कहा है कि भारतीय महिलाओं से दुष्कर्म होना चाहिए.'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को रेप टिप्पणी पर माफी मांगने से इनकार कर दिया और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह (भाजपा सरकार) मुख्य मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए 'केवल एक बहाना' है.