गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग से ठीक पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए खुशखबरी की खबर है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित हो गए हैं. कांग्रेस नेता एम रामचंद्रन ने दोपहर में इसका औपचारिक रूप से ऐलान कर दिया. बता दें कि आज ही नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था, सिर्फ राहुल ने ही नामांकन दाखिल किया था. राहुल के अध्यक्ष निर्वाचित होते ही कांग्रेस कार्यकर्ता खुशी में झूम उठे. राहुल की ताजपोशी पर दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़े. कहीं ढोल-नगाड़े बजे तो कहीं राहुल के समर्थन में जोरदार नारेबाजी हुई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनने की बधाई दी.
I congratulate Rahul Ji on his election as Congress President. My best wishes for a fruitful tenure. @OfficeOfRG
— Narendra Modi (@narendramodi) December 11, 2017
दोपहर में कांग्रेस के सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के चेयरमैन एम रामचंद्रन, सदस्य मधुसूदन मिस्त्री और भुवनेश्वर कालिता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल को निर्विरोध पार्टी का अध्यक्ष चुने जाने का ऐलान किया. रामचंद्रन ने बताया कि नामांकन के दौरान राहुल गांधी की ओर से दाखिल किए गए सभी 89 सेट सही पाए गए. राहुल ने 4 दिसंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था. राहुल गांधी 17 दिसंबर को सभी कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस सांसदों के लिए डिनर का आयोजन करेंगे. साफ है कि अध्यक्ष पद संभालने से पहले राहुल सभी नेताओं से खुल कर चर्चा करना चाहते हैं.
Uttarakhand: Celebration at Congress office in Dehradun after Rahul Gandhi elected as the party President. pic.twitter.com/6fWeG1bGYt
— ANI (@ANI) December 11, 2017
राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में औपचारिक ऐलान पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव में अपना मेटल दिखा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ 80 मंत्री भी पिछले एक महीने से गुजरात में डेरा डाले हुए हैं. इसके बाद भी वे अकेले राहुल गांधी का सामना नहीं कर पा रहे हैं.
All India Congress Committee's Central Election Authority officially announces Rahul Gandhi as the President of the Indian National Congress. #CongressPresidentRahulGandhi pic.twitter.com/XvPFHWAND1
— Congress (@INCIndia) December 11, 2017
इससे पहले खबर थी कि राहुल गांधी 14 दिसंबर को आधिकारिक रूप से अध्यक्ष पद संभालेंगे. लेकिन इस पर फैसला नहीं हो सका. क्योंकि 14 तारीख को ही वोटिंग है इसलिए कुछ नेताओं ने इस दिन ताजपोशी का विरोध किया.
इसके अलावा कुछ नेताओं का तर्क था कि चूंकि 16 तारीख से खरमास लग रहा है और हिंदू परंपरा में इस समय शुभ काम नहीं किए जाते हैं. इसलिए पर संशय बरकरार था.
आपको बता दें कि यह लगभग दो दशक बाद है, जब कांग्रेस पार्टी को उसका नया पार्टी अध्यक्ष बनेगा. मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी 1998 से पार्टी की कमान संभाल रही हैं. नामांकन के दौरान राहुल के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई कांग्रेसी दिग्गज शामिल हुए थे. हालांकि, सोनिया गांधी-प्रियंका गांधी शामिल नहीं हुई थीं. राहुल ने नामांकन से पहले सोनिया से उनके घर जा मुलाकात की थी.
शहजाद ने उठाए थे सवाल, मोदी ने की तारीफ
आपको बता दें कि अध्यक्ष पद चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी के रिश्तेदार शहजाद पूनावाला ने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि यह इलेक्शन नहीं सिलेक्शन है. जिसके बाद उनके ही भाई तहसीन पूनावाला ने उनसे संबंध तोड़ दिए थे, कांग्रेस नेताओं ने भी इस बयान को ज्यादा तवज्जों ना देने की बात कही थी. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में एक रैली के दौरान शहजाद की तारीफ की थी.