उन्नाव और कठुआ गैंगरेप की घटना देशभर के लिए चौंकाने वाली है. हर किसी के मन में एक बार फिर महिला सुरक्षा के प्रति चिंता सामने आई है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार देर रात सभी को चौंकाते हुए राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर कैंडल मार्च का ऐलान कर दिया. आधी रात को कांग्रेस के सभी बड़े नेता, राहुल की बहन प्रियंका गांधी अपने परिवार के साथ इंडिया गेट पहुंचे और उन्नाव-कठुआ मामले में इंसाफ की आवाज़ उठाई.
राहुल का इस तरह अचानक ट्विटर पर इंडिया गेट के लिए आह्वान करना और लोगों को बुलाना. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याद दिलाता है. 2011 में जिस दौरान अन्ना आंदोलन चरम पर था, तब अरविंद केजरीवाल भी इसी तरह लोगों और युवाओं को इंडिया गेट आने के लिए कहते थे. राहुल ने केजरीवाल के इसी तरीके को अपनाया और सफल हुए.
गुरुवार रात 9 बजकर 39 मिनट पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि उन्नाव-कठुआ मामले से हर कोई स्तब्ध है. इसको लेकर इंडिया गेट पर देर रात बारह बजे कैंडल लाइट मार्च में शामिल हों.
Like millions of Indians my heart hurts tonight. India simply cannot continue to treat its women the way it does.
Join me in a silent, peaceful, candlelight vigil at India Gate at midnight tonight to protest this violence and demand justice.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 12, 2018
ना सिर्फ अन्ना आंदोलन बल्कि जब 2012 में निर्भया गैंगरेप हुआ तो भी अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर के जरिए ही लोगों को इसी प्रकार इंडिया गेट आने का आह्वान किया था. 16 दिसंबर, 2012 को निर्भया केस हुआ जिसके बाद देश में जबरदस्त गुस्सा पनपा था. केजरीवाल ने 23 दिसंबर, 2012 को ट्वीट कर लोगों को इंडिया गेट पर आने का आह्वान किया.
Reach India Gate. Defy sec 144. This country belongs to us and not to the govt.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 23, 2012
अन्ना आंदोलन की आंधी पर चलते हुए केजरीवाल ने दिल्ली के 2013 विधानसभा चुनावों में 70 में 27 सीटें जीती थीं. और कांग्रेस के समर्थन के साथ 49 दिनों की सरकार भी चलाई थी. उस दौरान राहुल ने भी आम आदमी पार्टी की तारीफ की थी.
राहुल ने कहा था कि मुझे लगता है कि आम आदमी पार्टी में बहुत से ऐसे लोग शामिल हैं जो कि अन्य राजनीतिक पार्टियों में नहीं हैं. हम लोग भी उनके इस तरीके को सीखेंगे और किसी भी राजनीतिक पार्टी से बेहतर काम करेंगे.
गौरतलब है कि राहुल ने बीते साल दिसंबर में ही कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला. हाल ही में हुए कांग्रेस अधिवेशन में राहुल ने आक्रामक अंदाज में मोदी सरकार पर हमला बोला और नए तरीके से काम करने का आह्वान किया. राहुल का आधी रात को इंडिया गेट पर अचानक मार्च पर निकलने का फैसला दिखाता है कि कांग्रेस अब आक्रामक तरीके से आगे बढ़ रही है.