कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. एक से बढ़कर एक सवाल दागे और मोदी सरकार की उपलब्धियों को लेकर किए जा रहे तमाम दावों की पोल खोलने का दावा किया. राहुल गांधी ने इन 10 हमलों से मोदी सरकार को लोकसभा में घेरने की कोशिश की:
1. सरकार ने कहा था कि विदेशों से काला धन वापस लाएंगे और काला धन रखने वालों को सजा देंगे. लेकिन इसके बदले मोदी जी के वित्त मंत्री अरुण जेटली जी बजट में काला धन को सफेद करने के लिए फेयर एंड लवली योजना लेकर आए हैं. सरकार अब टैक्स लेकर काला धन को सफेद करेगी.
2. मैंने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार का 20 मिनट का भाषण सुना, इसमें कुछ गलत नहीं था. अगर किसी ने कुछ गलत किया तो उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए.
3. मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट में बब्बर शेर को तैयार किया गया है. जहां देखिए शेर बैठे हैं. टीवी में देखो शेर बैठे हैं. मैं पूछता हूं आपने कितने लोगों को रोजगार दिया. राहुल ने कहा कि आप (मोदी सरकार) न तो जेएनयू का कुछ कर पाओगे और न ही गरीबों की आवाज दबा पाओगे .
4. जब पटियाला हाउस कोर्ट कैंपस में कन्हैया की पेशी के दौरान हमला हुआ तब पीएम कुछ क्यों नहीं बोले? प्रोफेसरों, छात्रों और पत्रकारों पर हमला हुआ तो आप चुप क्यों रहे? क्या आपकी विचारधारा आपको यही सिखाती है? आप दूसरों की बात या उनके विचार सुनना क्यों पसंद नहीं करते?
5. हम अहिंसा के साथ हैं और आप हिंसा के साथ. राहुल ने बीजेपी से पूछा कि क्या आपने सावरकर को उठाकर फेंक दिया है? क्या उनके विचारों को नहीं मानते?
6. रोहित वेमुला ने सरकार के दबाव में सुसाइड किया. इस मामले पर पीएम मोदी ने किसी मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं की. क्या संघ लोगों की आवाज दबाने के एजेंडे पर काम कर रहा है.
7. मुंबई में आतंकी हमलों के बाद हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को घेरा और आंतकवाद को लेकर उसकी नीतियों पर दुनिया भर को साथ खड़ा किया. लेकिन पठानकोट में हमले के बाद सरकार ने ऐसा क्या कदम उठाया जिससे ठोस कार्रवाई होती हुई दिखे. इसके उलट पीएम मोदी नवाज शरीफ के साथ मेहमाननवाजी करते रहे. बिना सोच-विचार के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान का दौरा किया क्या यही भारत की कूटनीति है?
8. मोदी सरकार ने नागालैंड में शांति समझौते का दावा किया लेकिन ये समझौता किसने किससे किया. राज्य के मुख्यमंत्री तक को भरोसे में नहीं लिया गया. क्या इस तरह के समझौते कोई नतीजा दे पाएंगे?
9. हमने कश्मीर में घुसपैठ खत्म की थी. आज घुसपैठ बढ़ गया है. हमले बढ़ गए हैं और कोई कार्रवाई होती हुई नहीं दिख रही.
10. देश के लोगों की आवाज सुनें मोदी जी. लोगों की आवाज दबाने की लगातार कोशिशें की गईं. प्रधानमंत्री जी आप सब जानते हैं सुनते कुछ नहीं. प्रधानमंत्रीजी अब भी लोगों की आवाज और संदेश सुन सकते हैं.