दिल्ली में राजघाट पर कांग्रेस नेताओं के अनशन पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने हमला बोला. पात्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले खाया पेट भरकर भटूरा-छोला और फिर पहुंच गए करने उपवास बिन बदले चोला.
कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि छोले-भटूरे खाकर उपवास किया जा रहा है, जो गरीबों और दलितों के साथ उपहास है. 70 सालों तक दलितों को बैंको से दूर रखने वाली कांग्रेस असल मायनों में दलित विरोधी है.
संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता के सत्याग्रह के आदर्शों को छलनी करके रख दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज देश और दलितों के साथ जो मजाक किया है, उसके लिए देश उनको कतई माफ नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो देश में परिवर्तन लाने की बात करते हैं, जबकि हकीकत यह है कि वो सुबह जल्दी नहीं उठ सकते हैं और एक समय का भोजन तक नहीं छोड़ सकते हैं.
इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जातिवादी हैं. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले बीजेपी नेता ने कहा था कि विपक्ष के लोग जानवर हैं, सच्चाई यह है कि आज हर व्यक्ति हिंदुस्तान में सरकार के विपक्ष में खड़ा है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरे देश में कांग्रेस के कार्यकर्ता सरकार के अल्पसंख्यकों के खिलाफ, किसानों के खिलाफ, दलितों के खिलाफ अपनाए जा रहे रवैये के विरोध में उपवास पर बैठे हैं. मीडिया को डराया और दबाया जा रहा है. उन्होंने मीडिया से कहा कि आप दूसरी तरफ खड़े हो, हम आपकी भी रक्षा कर रहे हैं, हम आपके लिए भी लड़ रहे हैं.
राहुल ने कहा कि देश में जो माहौल बनाया गया है वह बीजेपी के विचारधारा के कारण हुआ है. बीजेपी की विचारधारा देश को बांटने की है, दलितों को कुचलने की है, आदिवासियों को कुचलने की है, अल्पसंख्यकों को कुचलने की है और हम उसके खिलाफ हैं.
उन्होंने कहा कि हम पूरी जिंदगी इस विचारधारा के खिलाफ खड़े रहेंगे और 2019 में हम इनको हराकर दिखाएंगे. बीजेपी के दलित MP प्रधानमंत्री जी को चिट्ठी लिख रहे हैं. संसद में आप हमसे बात करें, वह हमें भी बताते हैं कि मोदी जी एंटी दलित व्यक्ति हैं, उनके दिल में दलितों के लिए जगह नहीं है.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी आज केंद्र सरकार के खिलाफ देश भर में उपवास और धरना कर रही है. राजधानी दिल्ली में राजघाट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सांकेतिक उपवास रखा. राहुल के अलावा यहां पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन समेत कई अन्य नेता भी शामिल हुए.
Congress President Rahul Gandhi with senior Congress leaders Mallikarjun Kharge, Sheila Dikshit, Ashok Gehlot and Ajay Maken at Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. pic.twitter.com/ERxkUzvBIk
— ANI (@ANI) April 9, 2018
राजघाट पहुंचने के बाद राहुल ने सबसे पहले महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि दी. कांग्रेस पार्टी सीबीएसई पेपर लीक, पीएनबी घोटाले, कावेरी मुद्दे, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जे देने और दलितों के खिलाफ हो रहे हमले जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर संसद में चर्चा कराने में केंद्र सरकार की नाकामी के खिलाफ धरना दे रही है.
Delhi: Congress president Rahul Gandhi arrives at Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. pic.twitter.com/2rQQqzN58Y
— ANI (@ANI) April 9, 2018
टाइटलर-सज्जन कुमार के पहुंचने पर हुआ विवाद
राहुल गांधी के उपवास वाले स्थल पर पहुंचने से पहले ही विवाद हुआ. उनके पहुंचने से पहले ही कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार को वहां से वापस भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि जैसे ही टाइटलर वहां पहुंचे तो अजय माकन ने उनके कान में कुछ कहा जिसके बाद वो वापस चले गए.
बता दें कि जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार 1984 में हुए सिख दंगों के आरोपी हैं. हालांकि, जगदीश टाइटलर ने कहा है कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं, बल्कि जनता के बीच में जाकर बैठेंगे.
Sources say JD Tytler & Sajjan Kumar were asked to leave Rajghat, where the Congress party is staging a protest and hunger strike over atrocities on Dalits. #Delhi pic.twitter.com/HDlodke0GJ
— ANI (@ANI) April 9, 2018
कांग्रेस कार्यकर्ता बीजेपी सरकार के खिलाफ और देश में सांप्रदायिक सौहार्द तथा शांति को बढ़ावा देने के लिए सभी राज्य और जिला मुख्यालयों में एकदिवसीय अनशन कर रहे हैं.
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के इस उपवास पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राहुल जी अगर लंच खत्म हो गया हो तो उपवास शुरू करें. अमित ने लिखा कि कोई नेता अगर उपवास रख हो रहा और करीब पौने एक बजे तक मंच पर ना पहुंचा हो.
राहुल जी अगर लंच हो गया हो तो, उपवास पर बैठ जाओ... I would love to know which leader says he will embark on a fast and does not reach the venue till 12:45! True to his style, @rahulgandhi obviously woke up late. #RahulOnAFarce
— Amit Malviya (@malviyamit) April 9, 2018
‘शांति और सौहार्द इस देश की आत्मा में मिले हैं और इन्हें बचाने और बढ़ावा देने की जिम्मेदारी कांग्रेस की है.’ ये हैं उस चिट्ठी की पंक्तियां जो कांग्रेस की ओर से अपने सभी प्रदेश इकाइयों के पदाधिकारियों को भेजी गई हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की प्रदेश इकाइयों के प्रमुखों को समाज के सभी वर्गों में सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रव्यापी उपवास रखने के निर्देश दिया था. दिल्ली के अलावा पूरे देश में तमाम नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालयों पर अपना उपवास रख रहे हैं.
To protect & promote communal harmony-and against the ‘caste violence’;
Kindly join ‘Sarvjanik Upvas’ at Raj Ghat on 9th April from 11 AM to 4 PM.@RahulGandhi ji also, has kindly consented to be a part of the ‘Upvas’ pic.twitter.com/qWCevtt9Bd
— Ajay Maken (@ajaymaken) April 8, 2018Advertisement
एआईसीसी के महासचिव प्रभारी (संगठन) अशोक गहलोत ने इस बारे में सभी पीसीसी प्रमुखों, महासचिवों, प्रभारियों और कांग्रेस विधायक दलों के नेताओं को चिट्ठी भेज कर उपवास के आयोजन के लिए कहा है.
गहलोत ने चिट्ठी में लिखा है, ‘2 अप्रैल को भारत बंद प्रदर्शन के दौरान जो हुआ, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था. ये देश के सामाजिक तानेबाने के लिए बहुत खतरनाक है. साफ है कि बीजेपी शासित केंद्र और राज्य सरकारों ने हिंसा को रोकने के कदम उठाने की पहल नहीं की. ना ही भाईचारे को बचाने के लिए कुछ किया. ऐसे में कांग्रेस के लिए ये और अहम है कि मुश्किल वक्त में देश की अगुआई करे.’
बीजेपी सांसद 12 को रखेंगे उपवास
वहीं मोदी सरकार ने विपक्ष पर फूट डालने की राजनीति करने का आरोप लगाया है. संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा है कि कांग्रेस लोकतंत्र का गला घोट रही है. संसद के कामकाज में व्यवधान की ओर जनता का ध्यान आकृष्ट करने के लिए बीजेपी सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 12 अप्रैल को एक दिन का उपवास रखेंगे.
सरकार ने विपक्ष पर फूट डालने की राजनीति करने का आरोप लगाया है. संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा, कांग्रेस लोकतंत्र का गला घोट रही है. संसद के कामकाज में व्यवधान की ओर जनता का ध्यान आकृष्ट करने के लिए बीजेपी सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 12 अप्रैल को एक दिन का उपवास रखेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी गत शुक्रवार को इसकी घोषणा की थी.