कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला के समर्थन में उतर आए हैं. पूर्व सीएम को PSA के तहत हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि फारुक अब्दुल्ला जैसे नेताओं को हटाने की कोशिश की जा रही है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि राजनीतिक खालीपन से आतंकियों को मदद मिलेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कश्मीर से राष्ट्रवादी नेताओं को हटा रही है. उन्होंने सभी राष्ट्रवादी नेताओं की जल्द रिहाई की मांग की है.
बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत हिरासत में लिए गए हैं. पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत हिरासत में लिए जाने वाले शख्स को 2 साल तक बिना किसी सुनवाई के हिरासत में लिया जा सकता है.
राज्यसभा सांसद फारूक अब्दुल्ला 5 अगस्त से हाउस अरेस्ट हैं, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री पर पीएसए के तहत रविवार को केस दर्ज किया गया. फारूक अब्दुल्ला को गृह मंत्रालय ने उनके आवास पर ही हिरासत में ले रखा है और उनके आवास को सब्सिडरी जेल घोषित किया गया है. वह अपने ही घर में रहने को मजबूर हैं, लेकिन इस दौरान वह अपने मित्र या किसी अन्य रिश्तेदार से नहीं मिल सकते हैं.
राहुल गांधी से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू और कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने भी फारूक अब्दुल्ला के बचाव में बयान दिया था. आजाद ने कहा कि कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों ने आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ी थी और राज्य के विकास के लिए काम किया. हम लोग हमेशा कश्मीर के आवाम के साथ खड़े रहे और अपनी जान पर खेलकर आतंक का मुकाबला किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी को फारूक अब्दुल्ला से डर लगता है और यही वजह है कि उनपर PSA लगाया गया है.