राहुल ने सोमवार को किए गए अपने ट्वीट में लिखा, 'मेरे पिता ने मुझे सिखाया कि नफरत पालने वालों के लिए यह जेल होती है. आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं उनका आभार जताता हूं कि उन्होंने मुझे सभी को प्यार और सम्मान करना सिखाया.'
दरअसल, राहुल गांधी चुनावी भाषणों से लेकर दूसरे सार्जवनिक कार्यक्रमों में मोदी सरकार और बीजेपी को झूठ और नफरत फैलाने के नाम पर घेरते रहे हैं. खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वह झूठ बोलने और देशवासियों से झूठे वादे करने के आरोप लगाते रहे हैं. इसके अलावा दलितों व अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की घटनाओं के उदाहरण देते हुए वह नरेंद्र मोदी सरकार और बीजेपी पर नफरत की राजनीति के आरोप भी मढ़ते रहे हैं.
ऐसे में आज जब राहुल गांधी ने अपने पिता को उनकी पुण्यतिथि पर याद किया तो राहुल ने उनकी प्यार और सम्मान वाली उसी सीख का उदाहरण दिया, जिसको आधार बनाकर वह विरोधियों पर नफरत की राजनीति का आरोप लगाते हैं.
बता दें कि तमिलनाडु में 21 मई, 1991 को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) ने राजीव गांधी की हत्या कर दी थी. इस मौके पर राहुल ने अपने ट्वीट में पूर्व पीएम की तस्वीर शेयर करते हुए यहा भी लिखा, 'राजीव गांधी, हम आपको प्यार करते रहेंगे और हमेशा के लिए अपने दिलों में रखेंगे.'