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मनमोहन सिंह ने पहली बार दिए रिटायरमेंट के संकेत, कहा- राहुल हैं पीएम पद के आदर्श उम्मीदवार

2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी का घमासान चरम पर है लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी एक बड़ा धमाका कर दिया है. पीएम ने साफ-साफ कह दिया है कि 2014 चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक आदर्श उम्मीदवार हैं.

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मनमोहन सिंह
मनमोहन सिंह

2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी बनाम राहुल गांधी का घमासान चरम पर है लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी एक बड़ा धमाका कर दिया है. पीएम ने साफ-साफ कह दिया है कि 2014 चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक आदर्श उम्मीदवार हैं.

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मनमोहन सिंह ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ये भी कहा कि उन्हें कांग्रेस की बेहतरी के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में काम करने से भी कोई परहेज नहीं है. ऐसा पहली बार है जब मनमोहन सिंह ने रिटायमेंट के संकेत देते हुए राहुल के नेतृत्‍व में काम करने की इच्‍छा जताई है.

मनमोहन सिंह के बयान का साफ मतलब है कि वो 2014 चुनाव में पीएम की कुर्सी के लिए अपनी दावेदारी नहीं पेश कर रहे हैं. यानी वो तीसरी बार पीएम बनने के मूड में शायद नहीं हैं.

रूस के सेंट्स पीर्ट्सबर्ग में जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद लौट रहे प्रधानमंत्री ने एयर इंडिया के विशेष विमान में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने हमेशा ही कहा है कि राहुल गांधी वर्ष 2014 के (लोकसभा) चुनाव के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए आदर्श पसंद होंगे. मुझे राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस में काम करने में खुशी होगी.’

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80 वर्षीय सिंह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या उनके लिए तीसरे कार्यकाल के लिए मैदान में उतरना संभव होगा क्योंकि कांग्रेस में कई लोग राहुल गांधी को पार्टी का नेतृत्व करते हुए देखना चाहेंगे. सिंह ने पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस के साथ भविष्य में गठबंधन बनने की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि राजनीति में स्थायी दुश्मन या स्थायी दोस्त नहीं होते.

उनसे पूछा गया था कि क्या कांग्रेस आगामी संसदीय चुनाव में तृणमूल के साथ गठजोड़ की कोशिश करेगी. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राजनीति में, स्थायी दुश्मन या स्थायी दोस्त नहीं होते. और कभी कभी तो, राजनीति में महज एक सप्ताह भी कभी-कभी लंबा वक्त बन जाता है. अत: उदाहरण के लिए मैं, गठबंधन की संभावना को नहीं नकारता.’

उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी भी एक समय कांग्रेस पार्टी की बेहद सम्मानित सदस्य थीं और कांग्रेस उन्हें यूपीए में रखकर हमेशा खुश रही. सिंह ने कहा कि कांग्रेस देश की राजसत्ता में धर्मनिरपेक्षता पर बल देने के लिए फिर समान विचारधारा वाले, धर्मनिरपेक्ष व्यक्तियों के साथ काम करना पसंद करेगी.

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