scorecardresearch
 

जन आक्रोश रैली में आज BJP को घेरेगी कांग्रेस, राहुल का भी होगा शक्ति परीक्षण

कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा, इस रैली का जो नाम है, जन आक्रोश रैली, उसका अपना एक संदेश है. आजादी के बाद में पहली बार देखने को मिल रहा है कि जब सभी वर्गों में डर का माहौल कायम है. ऐसा भय का माहौल, आतंक का माहौल, घृणा का माहौल, नफरत का माहौल, हिंसा का माहौल पहले कभी नहीं देखा.

Advertisement
X
राहुल गांधी
राहुल गांधी

Advertisement

कांग्रेस की जन आक्रोश रैली रविवार को होगी. राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मोदी सरकार के खिलाफ एक तरह से यह उनका शक्ति परीक्षण है. फिलहाल दिल्ली में कांग्रेस की पहली ऐसी कोई सार्वजनिक सभा की जा रही है, जिसमें 2019 चुनाव की झलक देखने को मिल सकती है.

कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कहा, इस रैली का जो नाम है, जन आक्रोश रैली , उसका अपना एक संदेश है. आजादी के बाद में पहली बार देखने को मिल रहा है कि जब सभी वर्गों में डर का माहौल कायम है. ऐसा भय का माहौल, आतंक का माहौल, घृणा का माहौल, नफरत का माहौल, हिंसा का माहौल पहले कभी नहीं देखा.

गहलोत ने कहा, किसान दुखी हैं, युवाओं के साथ धोखा हुआ है, महिलाएं दुखी हैं, रेप की घटनाएं बढ़ी हैं. महंगाई की मार कितनी पड़ी है, कोई सोच नहीं सकता. पेट्रोल-डीजल के दामों में आग लगी हुई है. सब रिकॉर्ड तोड़ दिए और मोदी ने जो वायदे किए उसे चार सालों में पूरा नहीं किया गया. स्मार्ट सिटी का कुछ पता नहीं है, न्यायपालिका की स्थिति चिंताजनक है.

Advertisement

बकौल अशोक गहलोत, लोग इतने आक्रोश से भरे हुए हैं कि कोई कल्पना नहीं कर सकता है. इस स्थिति को देखते हुए जन आक्रोश रैली का आयोजन किया जा रहा है. देश के लोग आज जो सोच रहे हैं, उसकी झलक इस रैली में देखने को मिलेगी. इस रैली को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के अलावा, सोनिया गांधी, डॉ. मनमोहन सिंह भी संबोधित करेंगे.

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, जन आक्रोश रैली का आयोजन राहुल गांधी के नेतृत्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस क्यों कर रही है, ये स्वाभाविक प्रश्न है? आक्रोश है- किसानों के छीनते अधिकार का, न फसल की पूरी कीमत, न कर्ज से मुक्ति, न उचित मुआवजा, न ही अधिकार कानून के मुताबिक जमीन अधिग्रहण का पैसा, न मौके, न रास्ते और कृषि क्षेत्र में भारी संकट. उन्होंने कहा, ऐसे में आक्रोश किसानों के छीनते अधिकार का, आक्रोश डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से होते जिंदगी की बेजार हालतों का है.

राहुल की रैली के लिए प्रियंका गांधी की मेहनत

राहुल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर रहने वाली बहन प्रियंका गांधी राहुल की रैली के लिए कोई कसर या कोई कमी छोड़ना नहीं चाहती हैं. इस बाबत प्रियंका गांधी लगातार रैली में हो रही तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं.

Advertisement

प्रियंका गांधी की रैली के प्रति गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह शनिवार को बिना किसी को बताए गुप्त रूप से रामलीला मैदान पहुंच गईं और वहां जाकर सारी तैयारियों का जायजा लिया. प्रियंका गांधी ने रामलीला मैदान में जाकर राहुल गांधी की रैली के लिए बनने वाली स्टेज, रैली में बैठने के इंतजाम, स्क्रीन कहां लगेगी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक प्रियंका गांधी कांग्रेस के किसी भी फंक्शन में  पहले या बाद में जरूर आती हैं और लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखती हैं.

Advertisement
Advertisement