कांग्रेस को पूर्वोत्तर भारत में करारी हार मिली है, यहां तक की त्रिपुरा में उसका खाता तक नहीं खुला, ऐसे में पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के साथ नहीं हैं. मतगणना के दिन उनके अनुपस्थित रहने को लेकर बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने मजाक भी उड़ाया.
शनिवार को परिणाम आने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष पर चुटकी ली. जीत के बाद आयोजित पीसी में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता, वो एक व्हाट्सअप पर मैसेज आया है कि इटली में चुनाव है.' शाह से पहले बीजेपी नेता गिरिराज सिंह और मीनाक्षी लेखी भी राहुल पर तंज कस चुके हैं.
'राहुल लगातार हमारे संपर्क में'
पार्टी अध्यक्ष पर बीजेपी की ओर से किए जा रहे तंज का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने जोरदार अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की वजह से बीजेपी नर्वस है. राहुल लगातार हमारे संपर्क में हैं.
उन्होंने कहा, '3 दिन के लिए राहुल गांधी अपनी नानी से मिलने गए हैं जो कि 93 साल की हैं, वह हमसे लगातार संपर्क में हैं. अगर हम यहां होते या कहीं पर भी होते तो हमारा संपर्क उनके साथ बना रहता.
बीजेपी की चुटकी पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि आज के जमाने में उन्हें हर जगह उपस्थित रहने की आवश्यकता नहीं है. वो राजनीति कर रहे हैं, आलोचना कर रहे हैं. इससे स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी कितनी गिरावट की राजनीति पर उतर आई है.
'मेघालय में भाजपा का दावा गलत'
राहुल को लगातार निशाना बनाए जाने को लेकर कमलनाथ ने कहा कि वे लोग राहुल गांधी को लेकर खासे नर्वस हैं, इसलिए ऐसे अटैक कर रहे हैं. सभी ने देखा कि गुजरात में क्या हुआ. राजस्थान और मध्यप्रदेश के उपचुनावों में क्या परिणाम हुआ? यहां मेघालय में भी बीजेपी के पास सिर्फ 2 सीटें आईं जबकि दावा था कि यहां 40 के करीब सीट लाएंगे तो यह बात स्पष्ट है कि वह कितने नर्वस हैं.
राहुल के चुनाव परिणाम आने से पहले इटली चले जाने को लेकर अमित शाह के अलावा बीजेपी के कई अन्य नेताओं ने भी तंज कसे थे. बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी निशाना साधते हुए कहा था कि कार्ति चिंदबरम के गिरफ्तार होते ही राहुल गांधी को नानी की याद आ गई.
चुनाव परिणाम आने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी राहुल पर तंस कसा और कहा, 'वह स्वभाविक नेता नहीं हैं. यह सब परिस्थितियों की देन है. वह रानी की कोख से पैदा हुए. ऐसा कोई नेता नहीं है जो अपने कार्यकर्ताओं को ऐसे समय में छोड़कर भागता है. वह नॉन सीरियस नेता हैं, कोई नेता ऐसा नहीं करता है. पहले भी वह 56 दिनों के लिए गायब हुए थे, अब फिर से गायब हो गए. वह तनाव नहीं झेल पाते. उन्हें पता है कि कब भागना है.'