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राहुल गांधी ने दिया नारा- दो-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे

नरेंद्र मोदी के बाद राजस्थान के सियासी दंगल में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी कूदे. पार्टी के चुनाव प्रचार के अभियान का आगाज करते हुए उन्होंने आम जनता को अधिकार देने का दम भरा और विपक्ष पर जमकर हमला किया.

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कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी

नरेंद्र मोदी के बाद राजस्थान के सियासी दंगल में कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी कूदे. पार्टी के चुनाव प्रचार के अभियान का आगाज करते हुए उन्होंने आम जनता को अधिकार देने का दम भरा और विपक्ष पर जमकर हमला किया. उन्होंने कांग्रेस का नया नारा देते हुए कहा, दो-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे. मौका था सियासी भाषण का इसलिए राहुल ने रैली में आये समर्थकों को कांग्रेस और विपक्ष की सोच का अंतर भी बताया और देश की जनता के लिए अपना सपना त्यागने की बात भी कही.

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कांग्रेस ने दिया भोजन और रोजगार का अधिकार
आम जनता को अधिकार देने का दावा करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'रोजगार योजना... ने जहां करोड़ों लोगों को काम की गारंटी दी. विपक्ष के लोग कहते थे कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा. पर हमने करके दिखाया. इससे करोड़ों लोगों को फायदा हुआ. लोग आज भी कहते हैं कि कांग्रेस ने हमें रोजगार दिया और इज्जत दी. अब उससे भी बड़ा काम किया है हमने. भोजन का अधिकार का बिल पास किया. विपक्ष ने जो भी करना था किया. संसद को रोका, तमाशा किया, उल्टी-सीधी बातें कहीं. मगर सोनिया जी और मनमोहन जी लगे रहे, और अंततः हमने हिंदुस्तान के लोगों को भोजन का अधिकार दे दिया. यह पहली बार हो रहा है कि देश के इतने लोगों को भरपेट खाने का अधिकार दिया गया है.'

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दो-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस का नारा भी बदल डाला. उन्होंने कहा, गिरिजा व्यास जी ने अभी नारा दिया कि आधी रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे. पर मै नया नारा देना चाहता हूं. दो-चार रोटी खाएंगे, कांग्रेस को लाएंगे.'

विपक्ष के रणनीति पर राहुल का तीखा वार
विपक्ष के हमले पर तीखा वार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, हम यहां किसी के बारे में गलत नहीं बोलेंगे. जितनी भी गाली देनी है.. दो. जितना भी आक्रमण करना हो, हमारे विपक्ष के लोग कर सकते हैं. करो...मजे लो...गाली दो...मगर जो गुस्सा है वो आपका है. हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे. हम आपका तोहफा नहीं लेंगे. क्योंकि हम कांग्रेस के सिपाही हैं और हम इस देश की लड़ाई लड़ रहे हैं. हमारे सपने देश के सपने हैं. इस जनता की लड़ाई ही हमारी लड़ाई है. मेरे अपने जो सपने हैं उनको कुचलना चाहता हूं. आपके जो सपने हैं उनको मैं अपना बनाना चाहता हूं.'

कांग्रेस के लिए हिंदुस्तान एक गुलदस्ता
सांप्रदायिकता के मुद्दे पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'हममें और हमारे विपक्ष की सोच में फर्क है. हम कहते हैं कि हिंदुस्तान गुलदस्ता है और इसमें अलग-अलग फूल हैं. हम चाहते हैं कि हरेक फूल खिले और चमके. चाहे वह किसी धर्म का हो या फिर किसी जाति का. चाहे वो किसी भी मजहब का हो, आदिवासी हो, उसकी सुनी जानी चाहिए. इन बातों को छोड़िये. यूपीए की सरकार दिल्ली में है और यहां भी कांग्रेस की सरकार है. चाहे कोई भी कुछ कह ले दोनों ही सरकारों ने गरीबों के लिए काम करके दिखाया है.'

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