कांग्रेस भले ही राहुल गांधी की अगुवाई में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ रही है, लेकिन वह काम-काज में देश के ज्यादातर सांसदों से पीछे हैं. भारत के बेहतरीन सांसदों की सूची में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नीचे से 17वां नंबर मिला है. यह रैंकिंग इंडिया टुडे ग्रुप, सतर्क नागरिक संगठन (एसएनएस) और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने मिलकर जारी की है.
इसलिए फिसड्डी रहे राहुल
यह रैंकिंग भारत के सांसदों के काम-काज को कई पैरामीटर्स पर आंकने का पहला प्रयास है. 15वीं लोकसभा के पांचों वर्षों में राहुल गांधी ने संसद में एक भी सवाल नहीं
पूछा. लोकसभा में उनकी मौजूदगी 42.61 फीसदी रही. इतना ही नहीं, वे स्टैंडिंग कमेटी की सिर्फ 13.64 फीसदी बैठकों में शामिल हुए. राहुल ने अपनी सांसद निधि का
सिर्फ 53.68 फीसदी ही खर्च किया. जबकि उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में विकास के हालात बहुत अच्छे नहीं हैं. राहुल को 10 में से 5.58 की परसेप्शन रेटिंग मिली.
कल्याण, कोड़ा और सिद्धू बैड लिस्ट में
सांसदों की रैंकिंग में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सबसे पीछे रहे. सिंहभूम से निर्दलीय सांसद मधु कोड़ा मनी लॉन्डरिंग के मामले में आरोपी हैं. उनसे ठीक ऊपर
रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम बीजेपी के कल्याण सिंह. झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को आठवां सबसे खराब सांसद माना गया. टीवी शोज में बिजी रहने वाले
पूर्व क्रिकेटर और अमृतसर से सांसद नवजोत सिंह सिद्धू नीचे से 10वें नंबर पर रहे.
यूपीए के मंत्री रैंकिंग में नहीं हैं शामिल
इस रैंकिंग में कुल 371 सांसदों को शामिल किया गया है. इसमें यूपीए मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि मंत्रियों के लिए संसद के उपस्थिति
रजिस्टर पर साइन करना जरूरी नहीं होता और वे सवाल भी नहीं पूछते. रैंकिग सांसदों की ओर से पूछ गए सवालों की संख्या, उपस्थिति, स्टैंडिंग कमेटी में उपस्थिति
और एमपी फंड के इस्तेमाल के आधार पर बनाई गई है. पश्चिमी बंगाल के सांसदों की रैंकिंग भी अभी नहीं बनाई जा सकी है.
गजानन बाबर बने बेस्ट सांसद
इस सूची की दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर मशहूर और वरिष्ठ सांसदों का प्रदर्शन खराब रहा है और बाजी गुमनाम सांसदों के हाथ लगी है. पहली बार के शिवसेना
के सांसद गजानन बाबर को देश का टॉप सांसद का खिताब मिला है. उत्साहित बाबर ने इंडिया टुडे ग्रुप को बताया, 'मैंने अपनी सांसद निधि का सारा पैसा खर्च किया. मैं
अपने क्षेत्र के लोगों के लगातार संपर्क में हूं. मैं संसद में उपस्थिति को लेकर भी नियमित रहा. पांच साल का यह इनाम पाकर बहुत अच्छा लग रहा है. अब तक पार्टी के
भीतर भी कोई मेरे काम को नहीं सराह रहा था.' रैंकिंग के मुताबिक बाबर को 10 में से 9 का परफॉर्मेंस स्कोर और 8.40 का परसेप्शन स्कोर मिला.
इडुक्की से कांग्रेस सांसद पीटी थॉमस दूसरे नंबर पर रहे. केरल के सीपीएम सांसद ए संपत को तीसरा स्थान मिला. टॉप-10 सांसदों में बीजेपी के अनुराग ठाकुर भी शामिल हैं. उन्हें 8वां स्थान मिला.
223वें नंबर पर सोनिया गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 371 में से 223वां स्थान मिला. राहुल की तरह उन्होंने भी संसद में सवाल नहीं पूछे. उनकी उपस्थिति करीब 50 फीसदी रही. स्टैंडिंग
कमेटी में उनकी अटेंडेंस 12.49 फीसदी रही. अपनी सांसद निधि का 65.74 फीसदी उन्होंने खर्च किया. शत्रुघ्न सिन्हा, यशोधरा राजे सिंधिया, कीर्ति आजाद, शाहनवाज
हुसैन, लालजी टंडन और मेनका गांधी जैसे प्रमुख बीजेपी नेता भी रैंकिंग के निचले हिस्से में रहे.
इस रैंकिंग को बनाने में 530 संसदीय क्षेत्रों के 2 लाख 50 हजार लोगों से राय ली गई.