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आज लौट सकते हैं राहुल, दिग्गी बोले-'पार्ट टाइम जॉब नहीं है राजनीति'

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वापसी का इंतजार आज पूरा हो सकता है. राजनीतिक जीवन से 55 दिनों की छुट्टी के बाद वह बुधवार को सामने आ सकते हैं. संकेत मिल रहे हैं कि इसी के साथ ही वह कांग्रेस में अपनी भूमिका को और विस्तार दे सकते हैं.

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Rahul Gandhi
Rahul Gandhi

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की वापसी का इंतजार आज पूरा हो सकता है. राजनीतिक जीवन से 55 दिनों की छुट्टी के बाद वह बुधवार को सामने आ सकते हैं. संकेत मिल रहे हैं कि इसी के साथ ही वह कांग्रेस में अपनी भूमिका को और विस्तार दे सकते हैं.

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उधर अपनी बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इशारों में ही राहुल को नसीहत दे डाली है. उन्होंने कहा है कि राहुल को राजनीति में और ज्यादा दिखना चाहिए और इसे पार्ट टाइम जॉब की तरह नहीं लिया जा सकता.

अब लीड करने का समय आ गया है: दिग्विजय
लोकसभा चुनाव में हुई करारी हार पर दिग्विजय ने कहा, 'हम परसेप्शन की लड़ाई हारे. राहुल खुद को उस तरह प्रोजेक्ट नहीं कर सके, जैसे मोदी ने किया. लोकसभा चुनावों के समय उन्हें और आक्रामक होना चाहिए था. उन्हें मुद्दों पर बात करनी चाहिए, मीडिया से बात करनी चाहिए. राहुल को अब मजबूती से आना चाहिए और सभी बड़े मुद्दों पर लोगों से जुड़ना चाहिए. उन्हें कोई भी नहीं रोक रहा है, लेकिन शायद पहले वह पूरी तरह तैयार नहीं थे या वह पूर्व प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) को प्रभावहीन नहीं करना चाहते थे. लेकिन अब यह संदेश देने का वक्त आ गया है कि वह ही कांग्रेस को हर तरह से लीड कर रहे हैं.' अंग्रेजी वेबसाइट 'आईबीएन लाइव' ने यह खबर दी है.

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पहले यह खबर थी कि राहुल 12 या 13 अप्रैल को छुट्टी से वापस आएंगे. लेकिन अब कांग्रेस सूत्रों ने उनकी वापसी का नया शेड्यूल बताया है. अंबेडकर जयंती से जुड़ी उच्चस्तरीय बैठक में भी हिस्सा न लेकर राहुल ने अपनी वापसी के संबंध में जारी कयासों को बनाए रखा है. हालांकि 19 अप्रैल को कांग्रेस की किसान रैली में उनकी मौजूदगी लगभग तय मानी जा रही है.

सूत्रों ने बताया कि राहुल के बुधवार को लौटने की संभावना है. वहीं सोमवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एके एंटनी राहुल की वापसी से जुड़े मीडिया के सवालों से जूझते दिखे. उन्होंने कहा, 'कितनी बार यह बात साफ करनी पड़ेगी. राहुल निश्चित रूप से 19 अप्रैल की रैली में आएंगे.'

राहुल के छुट्टी पर जाने को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. कुछ लोग मानते हैं कि राहुल हार का ठीकरा अपने सिर फोड़े जाने से नाराज थे और इसीलिए छुट्टी पर चले गए थे. वहीं कुछ का मानना है कि 'रिलॉन्चिंग' के मकसद से तय प्लान के तहत वह छुट्टी पर गए हैं और इस दौरान वह अपनी समझदारी, भाषण और कार्यशैली को मजबूत बना रहे हैं. कुछ लोग उनके बहुत जल्दी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने की भविष्यवाणी भी कर रहे हैं.

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