कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर रोजगार के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की है. इस बार उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता पॉल क्रूगमैन का सहारा लिया है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि रोजगार को लेकर हम पिछले दो साल से जो दावे कर रहे हैं, उस पर पॉल क्रूगमैन ने भी मुहर लगाई है.
दरअसल, अमेरिकी अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता पॉल क्रूगमैन ने हाल में कहा है कि बेरोजगारी भारत के लिए बड़ा खतरा है. उन्होंने ये भी कहा था कि आर्थिक मोर्चे पर भारत ने तेजी से प्रगति की है लेकिन देश में कायम आर्थिक असमानता एक मुद्दा है.
यहां पढ़ें- क्या कहा था क्रुगमैन ने
क्रूगमैन से इसी बयान को आधार बनाते हुए राहुल गांधी ने सोमवार सुबह एक ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने कहा कि हम भी दो साल से यही कह रहे हैं. लेकिन बदकिस्मती है कि हमारे पास ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो ये स्वीकारते ही नहीं हैं.
क्रूगमैन का बयानThe Nobel prize winning economist, Paul Krugman confirms what we’ve been saying for over two years now. Mass unemployment is the biggest threat India faces. Unfortunately, we have a PM who lives in denial. Afraid his"Acche Din" PR will take a beating. https://t.co/SmnTXQ8Rx6
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 19, 2018
क्रूगमैन ने एक कार्यक्रम में कहा था भारत हालांकि, पहले की तुलना में 'व्यापार करने के लिए ज्यादा बेहतर स्थान' बन गया है, लेकिन नौकरशाही बाधाएं अभी भी पूर्ण रूप से नहीं गई हैं, हां इसमें कमी जरूर आई है.
उन्होंने कहा, 'भारत ने पिछले 30 सालों में जितनी आर्थिक प्रगति हासिल की है, उतनी ग्रेट ब्रिटेन ने 150 सालों में हासिल की है. यहां चीजें बड़ी तेजी से बदली हैं, लेकिन फिर भी भारत में क्यों अभी भी गरीबी देखने को मिलती है?'
बता दें कि राहुल पीएम मोदी पर हर साल 2 करोड़ रोजगार देने के वादे की आलोचना करते रहे हैं. वो रोजगार के नाम पीएम मोदी पर जुमलेबाजी करने का आरोप लगाते रहे हैं. अब जबकि एक विदेशी अर्थशास्त्री ने रोजगार को लेकर चिंता जाहिर की है तो राहुल गांधी ने फिर पीएम मोदी को घेरा है.