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संविधान को 65 साल हो गए पर जातिवाद अब भी है, हम उखाड़ फेंकेंगे: राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक दिन के दौरे पर मध्य प्रदेश के महू पहुंचे और यहां भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पी डॉ. भीम राव अंबेडकर की जन्मस्थली पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.

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Rahul Gandhi
Rahul Gandhi

भीमराव अंबेडकर के स्मारक का दौरा करने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के महू में जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने अंबेडकर का सपना याद दिलाते हुए सबसे जातिवाद मिटाने की लड़ाई में सहयोग देने की अपील की.

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राहुल ने कहा, 'बाबा साहब का सपना अब तक अधूरा है. 'एनहिलेशन ऑफ कास्ट' का सपना अब तक अधूरा है. संविधान कई साल पहले बना, लेकिन जातिवाद अब तक मौजूद है.'

कांग्रेस उपाध्यक्ष आईआईटी मद्रास का मुद्दा उठाने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा, 'हमारे देश के संविधान और 'एक शख्स, एक वोट' के अधिकार ने हमारे समाज का चेहरा बदल दिया. लेकिन जब आईआईटी मद्रास में आवाजें दबाई जाती हैं तो यह दिखाता है कि आज भी कुछ लोगों से उनके अधिकार छीने जा रहे हैं. जब तब लोगों से अधिकार छीने जा रहे हैं, देश नहीं बदल सकता.'

अंबेडकर के स्मारक पहुंचे थे राहुल
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक दिन के दौरे पर मध्य प्रदेश के महू पहुंचे और यहां भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पी डॉ. भीम राव अंबेडकर की जन्मस्थली पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की.

  अंबेडकर के अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने का यह सौवां साल है. अंबेडकर के जन्मस्थान महू की राहुल की यात्रा के साथ ही अंबेडकर की 125 वीं जयंती पर साल भर चलने वाले कांग्रेस के समारोह की शुरूआत हो रही है. इसे कांग्रेस की ओर से दलितों तक अपनी पहुंच बनाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है.

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पहले मिलिट्री हेडक्वार्टर ऑफ वार के रूप में चर्चित महू को 2003 में नया नाम डॉ. अंबेडकरनगर दिया गया. इंदौर पहुंचने के तुरंत बाद राहुल इस छावनी शहर में गए जहां अंबेडकर का स्मारक है. कांग्रेस उपाध्यक्ष के साथ पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और अन्य नेता थे.

राहुल ने लगाया ध्यान
राहुल के कार्यक्रम में यहां एक जनसभा को संबोधित करना और दलित नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत करना भी शामिल है. कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को लेकर उनकी 125 वीं जयंती पर श्रद्धांजिल देने के लिए कार्यक्रमों की योजना बनाई है.

काली पलटन इलाके में अंबेडकर स्मारक में प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद राहुल ने करीब पांच मिनट ध्यान लगाया. उन्होंने स्मारक में लगे अंबेडकर के चित्रों को बड़े गौर से देखा. राहुल की इस यात्रा को समाज के सभी वर्गों खासकर कम अधिकार वाले वर्गों तक पहुंचने के उनके सघन देशव्यापी अभियान के तहत देखा जा रहा है.

कृषि संकट पर प्रभावशाली अभियान चलाने और जमीन विधेयक पर नरेंद्र मोदी सरकार को निशाना बनाने के बाद राहुल हाल ही में केरल में तटीय गांव गए थे जहां उन्होंने मछुआरों की समस्याओं को उठाया था.

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(इनपुट: भाषा)

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