कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर राफेल डील पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए आरोप लगाया कि आखिरकार अनिल अंबानी की कंपनी को ही इसका ठेका क्यों दिया गया. जब अनिल अंबानी की कंपनी घाटे में चल रही थी तो उसे दसॉ ने कंपनी को 284 करोड़ रुपये क्यों दिए.
कांग्रेस अध्यक्ष आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कड़े आरोपों के बीच माहौल को हल्का करते भी नजर आए. बीच कॉन्फ्रेंस में उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए और फिर से कहा कि मीडिया पर काफी दबाव है और पत्रकारों को डराया जा रहा है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने सामने किसी पत्रकार को संबोधित करते हुए कहा कि आप हंस रहे हैं लेकिन लिखेंगे नहीं. इसके तुरंत बाद बगल में बैठे पार्टी प्रवक्ता ने रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये लिखते हैं. इसके बाद राहुल गांधी ने रणदीप से कहा कि आप एक कैमरा लगाइये पीछे, या फिर मैं उस साइड (पत्रकारों के पीछे) जाकर बैठूंगा, वही करना पड़ेगा. राहुल के यह कहते ही पूरा रूम ठहाकों की आवाज से गूंज उठा.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इस पूरी डील में सिर्फ दो ही व्यक्तियों को फायदा पहुंचाया है, वो दो व्यक्ति हैं नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी. कांग्रेस अध्यक्ष बोले कि पहले दसॉ ने कहा था कि क्योंकि अनिल अंबानी की कंपनी के पास जमीन थी, इसलिए उनके साथ सौदा किया गया.
If an inquiry starts on this Mr Modi is not going to survive it. Guaranteed. One, because of corruption. Two, because it's very clear who the decision maker was...It was Narendra Modi & it was a deal done by Narendra Modi to give Anil Ambani Rs 30000 Cr: Rahul Gandhi #RafaleDeal pic.twitter.com/FgA50ZfHlF
— ANI (@ANI) November 2, 2018
लेकिन अब सच सामने आया है कि जमीन तो दसॉ के पैसे से खरीदी गई थी, यानी जमीन तो दसॉ ने खरीदी थी. ये लोग जनता के पैैसे से राफेल विमान खरीद रहे हैं, लेकिन जनता को ही दाम नहीं बता रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नुकसान में चल रही 8 लाख रुपये की कंपनी में 284 करोड़ रुपये दसॉ ने क्यों डाले?