कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और केंद्र के बीच खींचतान को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने वित्त मंत्रालय के आरबीआई को भेजे एक प्रस्ताव पर ट्वीट कर कहा, '36,00,00,00,00,000... प्रधानमंत्री के जीनियस आर्थिक सिद्धातों की वजह से हुई गड़बड़ियों को दुरुस्त करने के रिजर्व बैंक से इतनी रकम चाहिए. मिस्टर पटेल (उर्जित पटेल) उनके साथ खड़े हो जाइए. राष्ट्र की रक्षा करें.'
राहुल का यह ट्वीट वित्त मंत्रालय के केंद्रीय बैंक को 3.6 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त रकम (सरप्लस अमाउंट) को ट्रांसफर करने के भेजे गए प्रस्ताव के संदर्भ में आया है. यह रकम रिजर्व बैंक की कुल जमा राशि 9.59 लाख करोड़ रुपये की एक तिहाई से भी ज्यादा है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार 19 नवंबर को होने आरबीआई बोर्ड बैठक में अपना अहम एजेंडा सामने करते हुए बोर्ड में रिजर्व बैंक गवर्नर की भूमिका को कम करने का काम कर सकती है. दरअसल, खबर के मुताबिक केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक गवर्नर के बीच विवाद की अहम वजह केंद्रीय रिजर्व बैंक के पास मौजूद 9.6 ट्रिलियन (9.6 लाख करोड़) रुपये की रकम है.
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि केंद्र सरकार रिजर्व बैंक के पास पड़ी इस रिजर्व मुद्रा का लगभग एक-तिहाई हिस्सा लेना चाहती है . केन्द्र सरकार का रुख है कि इतनी बड़ी मात्रा में रिजर्व मुद्रा रखना रिजर्व बैंक की पुरानी और संकुचित धारणा है और इसे बदलने की जरूरत है.
खबर के मुताबिक केन्द्र सरकार रिजर्व बैंक से चाहती है कि उसे इस रिजर्व मुद्रा से 3.6 ट्रिलियन रुपये दिए जाएं. केन्द्र सरकार इस मुद्रा का संचार कर्ज और अन्य विकास कार्यों पर खर्च के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहती है.