कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लड़ाकू विमान राफेल डील न लाने के आरोप का जवाब दिया है. राहुल ने पीएम से कहा है कि राफेल डील में देरी करने वाली सरकार आपकी ही है.
राहुल ने इस बारे में एक ट्वीट कर पीएम से पूछा कि क्या आपको शर्म नहीं आती है? आपने 30 हजार करोड़ रुपये चुरा लिए और अपने दोस्त अनिल (अंबानी) को दे दिए. राफेल विमानों के आने में हो रही देरी की वजह पूरी तरह से आप ही हैं. आप की ही वजह से विंग कमांडर अभिनंदन जैसे भारतीय वायुसेना के पायलट को अपनी जान जोखिम में डालकर पुराने विमान उड़ाने पड़ रहे हैं.
Dear PM,
Have you no shame at all?
YOU stole 30,000 Cr and gave it to your friend Anil.
YOU are solely responsible for the delay in the arrival of the RAFALE jets.
AdvertisementYOU are WHY brave IAF pilots like Wing Cdr. Abhinandan, are risking their lives flying outdated jets. https://t.co/BrzAuFTlFu
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 2, 2019
राहुल गांधी ने यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2019 के मंच से दिए बयान पर किया. मोदी ने शनिवार को कहा था कि राफेल की कमी आज देश ने महसूस की है. आज हिंदुस्तान एक स्वर में कह रहा है कि आज हमारे पास यदि राफेल होता तो शायद इससे भी नतीजा कुछ ओर होता. और ये बात हम साफ-साफ समझें. राफेल पर पहले स्वार्थ नीति और अब राजनीति के कारण देश का बहुत नुकसान हुआ है.
उन्होंने कहा था कि देश में सेना का मजाक उड़ाने वालों से कहा कि उनके इस कृत्य का लाभ दुश्मन देश के लोग, भारत के ही खिलाफ उठाते हैं. कुछ लोग सेना पर संदेह करते हैं, वह ये काम करना छोड़ दें.
पीएम ने कहा था मैं इन लोगों को स्पष्ट कहता हूं कि मोदी विरोध करना है तो जरूर करिए, हमारी योजनाओं में कमियां निकालिए. उनका क्या असर हो रहा है, क्या नहीं हो रहा है, इस पर सरकार की भरसक आलोचना कीजिए, आपका हमेशा स्वागत है लेकिन देश के सुरक्षा हितों का विरोध मत कीजिए. आप ये ध्यान रखिए कि मोदी विरोध की जिद में मसूज अजहर और हाफिज सईद जैसे आतंकियों को, आतंक के सरपरस्तों को सहारा न मिल जाए, वह और मजबूत न हो जाएं.
बता दें कि राहुल गांधी लगातार राफेल विमान को लेकर पीएम मोदी को घेरते रहे हैं. वह पीएम मोदी पर इस डील में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते रहे हैं. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी ने यह डील हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को न देकर व्यक्तिगत संबंधों के चलते अनिल अंबानी की कंपनी को दी है.