आईएसआई वाले बयान पर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को शुक्रवार को अपना जवाब सौंप दिया. राहुल गांधी ने आयोग को भेजे जवाब में सफाई दी है कि उनका मकसद किसी खास समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं था. राहुल ने लिखा है कि उन्होंने समाज को बांटने वाली सियासत को लेकर उसका जिक्र किया था.
चुनाव आयोग ने राहुल को ये नोटिस उनके आईएसआई वाले बयान पर बीजेपी की शिकायत के बाद भेजा था. इस नोटिस का जवाब राहुल गाधी को 4 नवंबर को ही देना था लेकिन राहुल ने चुनाव आयोग से 7 दिन का समय मांगा था जिसके बाद आयोग ने चार दिन की मोहलत दी थी.
आपको बता दें कि राहुल ने एक भाषण में कहा था कि मुजफ्फरनगर दंगों के पीड़ित युवकों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने संपर्क किया है.
इसके बाद निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को राहुल गांधी को उन भाषणों के लिए नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर सांप्रदायिक घृणा फैलाने का आरोप लगाया था और साथ ही मुजफ्फरनगर के दंगा पीड़ितों के इंटर-सर्विसिज इंटेलिजेंस (ISI) के संपर्क में होने का दावा किया था.
आयोग ने नोटिस में कहा कि गांधी की 23 अक्टूबर को चुरू और 24 अक्टूबर को इंदौर में दिया गया भाषण पहली नजर में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. उनसे जवाब देने को कहा गया था कि क्यों न उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.