दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कांग्रेस की भारत बचाओ रैली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. साथ ही रेप इन इंडिया वाले बयान पर कहा कि मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है. सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मांगूंगा. वहीं सावरकर का नाम लेकर दिए बयान पर अब शिवसेना ने प्रतिक्रिया दी है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि सावरकर सिर्फ महाराष्ट्र के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं. सावरकर का सम्मान होना चाहिए. नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अपना जीवन लगा दिया. ऐसे हर महानायक का सम्मान करने की जरूरत है.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर पूरे देश के लिए भगवान की तरह हैं, महाराष्ट्र के लिए नहीं. सावरकर के नाम पर आत्मसम्मान है, साथ ही देश को भी गर्व है. नेहरू और गांधी की तरह सावरकर ने भी अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित किया. हमें ऐसे हर भगवान जैसे लोगों का आदर करना चाहिए. इस बात पर हम कोई समझौता नहीं कर सकते.
संजय राउत ने कहा कि हम महात्मा गांधी और जवाहर लाल नेहरू दोनों को मानते हैं, लेकिन आप सावरकर का अपमान न करें.
विर सावरकर हे महाराष्ट्राचेच नव्हे तर देशाचे दैवत आहे.
सावरकर नावात राष्ट्राभिमान आणि स्वाभिमान आहे. नेहरू ,गांधी यांच्या प्रमाणेच सावरकर यांनी स्वातंत्र्यासाठी जीवनाचा होम केला. अशा प्रत्येक दैवताचा सन्मान करायला हवा.इथे तडजोड नाहीत.
जय हिंद
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
वैचारिक स्तर पर बंटी हुई दोनों राजनीतिक पार्टियां महाराष्ट्र में एक-दूसरे की सहयोग से सरकार चला रही हैं. शिवसेना ने वर्षों पुरानी भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के साथ दोस्ती तोड़कर अब कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई है. कांग्रेस जहां सावरकर पर हमेशा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी को घेरती रहती है, वहीं शिवसेना सावरकर को महापुरुष मानती आई है.
आम्ही पंडित नेहरू,महात्मा गांधी यांना मानतो तुम्ही वीर सावरकरांचा अपमान करू नका.सुज्ञांस अधिक सांगणे न लगे.
जय हिंद
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 14, 2019
शिवसेना और बीजेपी दोनों पार्टियों के लिए सावरकर प्रतीक पुरुष हैं. ऐसे में गठबंधन के बावजूद शिवसेना के लिए कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ पाना बेहद मुश्किल साबित होने वाला है. दरअसल शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित 'भारत बचाओ रैली' में एक बार फिर से राहुल आक्रामक मुद्रा में नज़र आए.
बीजेपी के माफी मांगने वाले सवाल पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि उनका नाम 'राहुल सावरकर' नहीं हैं और वह कभी माफी नहीं मांगने वाले हैं. उन्होंने 'भारत बचाओ रैली' में कहा, 'कांग्रेस का कार्यकर्ता किसी से नहीं डरता और देश के लिए जान देने के लिए तैयार रहता है.'
राहुल गांधी ने कहा था कि संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं भाषण के लिए माफी मांगू. मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं, राहुल गांधी है . माफी नहीं मांगूंगा. मर जाऊंगा लेकिन माफी नहीं मांगूंगा. मोदी और अमित शाह को माफी मांगनी है. पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही थी. हमारी शक्ति अर्थव्यवस्था थी. लोग दुनिया का भविष्य चीन और भारत को बोलते थे. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा है कि राहुल गांधी 1000 जन्म भी लेंगे तो वीर सावरकर की बराबरी नहीं कर सकते.