समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोकपाल बिल पास होने पर चाहे राहुल गांधी की पीठ थपथपाई हो और वे मानते हों कि इस बिल से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. लेकिन कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कहना है कि लोकपाल बिल भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए काफी नहीं है. इसके लिए और बहुत से कानून बनाने पड़ेंगे, जिन पर सरकार काम कर रही है.
राहुल गांधी ने शनिवार को फिक्की में उद्योगपतियों को संबोधित किया. इस मौके पर राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि उनकी पार्टी ने चुनावों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है. साथ ही राहुल ने ये भी कहा कि राजनीति में हमेशा एक जैसा समय नहीं रहता, कभी अच्छा तो कभी बुरा वक्त आता जाता है. उन्होंने कहा, 'चुनावों में हार से उन्होंने कई सबक सीखे हैं. जनता का एक संदेश मिला है. हम मजबूती से आगे बढ़ेंगे. अब स्पष्ट जिम्मेदारी तय की जाएगी और उसके लिए समय सीमा निर्धारित की जाएगी. फैसले लेने में चुस्ती और तेजी लानी होगी.'
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि उनकी पहचान जनता से है. लेकिन इस समय देश में भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है, जो देश की आर्थव्यवस्था के लिए खराब है. राहुल ने कहा कि भ्रष्टाचार आज देश में सबसे बड़ा मुद्दा है. जनता भ्रष्टाचार से लड़ने के मूड में है. फैसले पारदर्शी तरीके से लेने होंगे, ताकि जनता को हर बात की जानकारी हो.' राहुल गांधी ने लोकपाल बिल पास होने से खुशी जताई और कहा कि इससे भ्रष्टाचार से निजात मिलेगी, लेकिन ऐसे ही कई और बिल जनता के हितों के लिए लाए जाने हैं, जिन पर काम चल रहा है. इस मौके पर उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनवाईं.
राहुल ने इस मौके पर कहा कि देश के पास युवाओं की पावर है. इस पावर का सही से इस्तेमाल करना होगा. शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाकर देश से काबिल युवा पीढ़ी को तैयार किया जा सकता है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने बिजली के क्षेत्र में सुधार लाने की बात भी कही, ताकि उद्योग को बढ़ावा मिल सके.