पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम और देश की एजेंसियों के बीच इस वक्त लुका-छिपी का खेल चल रहा है. INX मीडिया केस में चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है तो वहीं इससे बचने के लिए सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटका रहे हैं. पी. चिदंबरम के समर्थन में अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी आ गए हैं. बुधवार दोपहर उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मोदी सरकार प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर रही है और पी. चिदंबरम की छवि बिगाड़ने की कोशिश कर रही है.
राहुल गांधी ने लिखा, ‘मोदी सरकार ईडी, सीबीआई और मीडिया का गलत इस्तेमाल कर पी. चिदंबरम की छवि को नुकसान पहुंचा रही है. मैं मोदी सरकार के द्वारा सत्ता के इस गलत इस्तेमाल की कड़ी निंदा करता हूं.’
Modi's Govt is using the ED, CBI & sections of a spineless media to character assassinate Mr Chidambaram.
I strongly condemn this disgraceful misuse of power.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 21, 2019Advertisement
आपको बता दें कि राहुल गांधी से पहले पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पी. चिदंबरम के पक्ष में ट्वीट किया था और केंद्र सरकार पर निशाना साधा था.
बुधवार सुबह प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया था कि हम पी. चिदंबरम के साथ खड़े हैं और सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे फिर चाहे फैसला कुछ भी हो. प्रियंका गांधी ने इस दौरान पी. चिदंबरम के राजनीतिक जीवन और केंद्रीय मंत्री रहते हुए उनके योगदान की तारीफ की. कांग्रेस महासचिव ने ये भी लिखा कि चिदंबरम केंद्र सरकार की असफलताओं को उजागर करते रहे हैं, इसलिए वह अब उनके निशाने पर हैं.
An extremely qualified and respected member of the Rajya Sabha, @PChidambaram_IN ji has served our nation with loyalty for decades including as Finance Minister & Home Minister. He unhesitatingly speaks truth to power and exposes the failures of this government,
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— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 21, 2019
आपको बता दें कि कांग्रेस की तरफ से लगातार पी. चिदंबरम पर हो रही कार्रवाई का विरोध किया है और इसे राजनीति से प्रेरित बताया है. राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा अभिषेक मनु सिंघवी व अन्य नेताओं ने भी पूर्व वित्त मंत्री का समर्थन किया.
अभिषेक मनु सिंघवी का कहना है कि पी. चिदंबरम ने लगातार एजेंसियों का जांच में सहयोग किया है, अभी तक उनके खिलाफ किसी तरह का ट्रायल नहीं हुआ है. ऐसे में एजेंसियां उन्हें गिरफ्तार करने पर उतारू क्यों हैं.