शीतकालीन सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी पर मंगलवार रात सरकार की घेराबंदी करते हुए कहा कि मोदी सरकार के इस फैसले से एक तरफ तो लोग लाइनों में लगे हैं वहीं शराब कारोबारी विजय माल्या और ललित मोदी जैसे लोगों को आजाद छोड़ रखा है. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस काले धन के खिलाफ सरकार के साथ है लेकिन 500-1000 के नोट बंद होने से आम जनता को हो रही परेशानी पर सरकार के खिलाफ है.
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने बैंक जाकर देखा आम लोग लंबी कतारों में खड़े हैं. सरकार ने बिना किसी तैयारी के ये फैसला ले लिया जिससे आम जनता की मुश्किलें बढ़ गई हैं. लोग नौकरी करें या लंबी लाइनों में खड़े होकर पैसा निकालें. सरकार को लोगों की परेशानी कम करने के लिए जल्द से जल्द कारगर कदम उठाने चाहिए.
राहुल ने पहले किया वार
1. मुझे तो लाइन में गरीब और व्यापारी दिखाई दे रहे हैं. ये क्या चोर हैं?
2. नोट लेने की लाइन में कोई बड़ा आदमी नही हैं.
3. पीएम तय करें उन्हें हंसना है या रोना है.
4. हम सारे (विपक्ष) एक साथ हैं. हममें कोई टूट नहीं है.
5. वित्त मंत्री को भी नोटबंदी के बारे में नहीं पता था.
6. पीएम ने तीन चार लोगों को साथ रखकर फैसला लिया.
7. ये देश 10-15 लोगों का देश नहीं है.
8. मैं मोदीजी की मां पर कुछ नहीं कहूंगा.
फिर पूछे पांच सवाल
1. जो गरीब, कमजोर लोग हैं उनको जो भी कष्ट हो रहा है उसे जल्द से जल्द दूर करें.
2. जो सबसे बड़े प्लेयर हैं ब्लैक मनी के आप उनके पीछे जाइए.
3. बीजेपी वालों को इस फैसले के बारे में बताया गया या नहीं.
4. वेस्टबंगाल की यूनिट ने इस फैसले के ठीक एकदम पहले पैसा डिपॉजिट क्यों किया?
5. अगर आप ब्लैक मनी से लड़ना चाहते थे तो 2000 का नोट क्यों बनाया.