हालिया दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी फैसले पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने सांसदों और तमाम वरिष्ठ नेताओं की बैठक कांग्रेस के वॉर रूम, 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में की. राहुल ने इस बैठक में कई नेताओं को बोलने का मौका भी दिया. सभी नेताओं ने कहा कि कालेधन की लड़ाई के खिलाफ कांग्रेस खड़ी रहे लेकिन नोट बदली के चलते आम जनता गरीब किसान और मजदूर परेशान हैं.
उत्तर प्रदेश में नोटबंदी के मुद्दे पर रैली करेंगे राहुल
सूत्रों ने आज तक से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी जनता की परेशानी के साथ खड़े हैं. वे इस मुद्दे पर पूरे देश में दौरा करेंगे. जनता की परेशानियों से रूबरू होंगे. पीड़ित जनता के साथ खड़े होंगे. राहुल का मानना है कि मोदी सरकार का नोट बंदी का फैसला फ्लॉप होने के साथ-साथ फेल भी हुआ है. उन्होंने इसे एक डिजास्टर कहा है. इसी मुद्दे पर वे 19 और 22 दिसंबर उत्तर प्रदेश के भीतर रैली भी करेंगे. इसके अलावा वे 23 दिसंबर को देहरादून में नोट बंदी के फैसले की बखिया उधेड़ेंगे.
कांग्रेस के प्रवक्ताओं को प्रदेशों की राजधानियों की ओर रुख करने को कहा
एक ओर जहां राहुल गांधी देश के अलग-अलग हिस्सों में नोटबंदी के खिलाफ रैली और जनसभा को संबोधित करेंगे. वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता देशभर में प्रदेशों की राजधानियों में जाकर इस फैसले के फेल होने की और इससे लोगों को हो रही परेशानियों का जिक्र करेंगे. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने सर्वे कराया है. इस सर्वे के मुताबिक नोटबंदी के शुरुआती दौर में प्रधानमंत्री मोदी को मिलने वाली वाहवाही अब गुस्से में तब्दील हो गई है. इसी के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं की बैठक में राहुल गांधी दोटूक कहा है कि नोट बंदी फेल हो चुकी है. आम जनता और गरीब किसान इस फैसले से सबसे अधिक परेशान हैं.
राजनीतिक दल होने के नाते बताया अपना फर्ज
अंत में राहुल गांधी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एक राजनीतिक दल होने के नाते उनका फर्ज है कि वे परेशान लोगों के साथ खड़े हों. उन्होंने सभी कांग्रेसी नेताओं को जनता की पीड़ा के साथ खड़ा रहने को कहा.वे इसके लिए पूरे देश का दौरा करने की प्लानिंग भी कर रहे हैं.