कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो दिन का पंजाब दौरा बीच में छोड़कर बुधवार को दिल्ली लौट आए. यहां वह संसद में पंजाब-हरियाणा के किसानों की बदहाली का मुद्दा उठाएंगे. बताया जा रहा है कि राहुल को चंडीगढ़ से सुबह 6:50 बजे शताब्दी ट्रेन लेकर दिल्ली आना था. लेकिन वह ट्रेन के बजाय 8:05 बजे की फ्लाइट लेकर दिल्ली पहुंचे.
बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए राहुल ने कहा, 'PM 'मेक इन इंडिया' की बात करते हैं, लेकिन किसानों से ज्यादा 'मेक इन इंडिया' में कौन योगदान देगा. गरीब जो 'मेक इन इंडिया' करता है तो वो 'मेक इन इंडिया' नहीं कुछ और होता है क्या?'
Gareeb jo 'Make In India' kare, wo 'Make In India' nhi kuch aur hota hai? Rahul Gandhi pic.twitter.com/zrqGTcWojx
— ANI (@ANI_news) April 29, 2015
लुधियाना के कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने 'आज तक' से खास बातचीत में कहा कि राहुल हरियाणा और पंजाब के किसानों के हालात देखकर बेहद दुखी हैं.कांग्रेस उपाध्यक्ष मंगलवार को राहुल गांधी मौसम की मार से प्रभावित किसानों से मुलाकात करने मंगलवार को पंजाब पहुंचे थे. राहुल ट्रेन के जनरल कोच में बैठकर अंबाला पहुंचे. यहां राहुल गांधी का जोरदार स्वागत किया गया. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल भी यहां मौजूद थे.
10 साल के राजपथ से विपक्ष के लोकपथ की यात्रा पर निकले राहुल गांधी का राजनीति में यह नया अवतार है . किसानों से जुड़े भूमि अधिग्रहण बिल की तलवार खुद मोदी ने ही विपक्ष के हाथ में थमा दी है और अब किसानों की मसीहाई राहुल की राजनीति को भाने लगी है.
विदेश में 56 दिंनों की छुट्टी बिताने के बाद एका एक लय में आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को पंजाब में किसानों की सुध लेने पहुंचे. पहले उन्होंने ट्रेन के जनरल कोच में सफर किया और लुधियाना जिले में पड़ती तहसील खन्ना में स्थित एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी में पहुंचे.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने सरकार पर तीखे हमले किए. किसान का गेहूं ना उठाने के लिए उन्होंने केंद्र सरकार को सीधे रूप से दोषी ठहराया साथ में उन्होंने यह भी कहा कि बे-मौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा भी किसानों को नहीं दिया गया.
उन्होंने कहा के सरकार कहां हैं यह किसी को नहीं पता. उन्होंने मौजूदा सरकार को कुछ पूंजीपतियों की सरकार बताया. उनके मुताबिक सरकार पूंजीपतियों के हाथ में खेल रही है और गरीब किसानों की ज़मीन छीन कर उन्हीं पूंजीपतियों को दे देना चाहती है लेकिन कांग्रेस पार्टी ये किसी भी कीमत पर नहीं होने देगी और किसानों की जमीन किसानों के पास ही रहेगी.
इस बीच पंजाब सरकार ने किसानों के मुआवजे के लिए 4 हजार करोड़ रुपये मुआवजे की राशि जारी करने का फैसला किया है.