कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर राफेल डील के मामले में केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला है. केंद्र सरकार के खिलाफ किए गए इस ट्वीट में राहुल ने पहले राफेल की कीमतों पर सवाल उठाया और उसके बाद लिखा कि एक तरफ सेना आधुनिकीकरण के लिए पैसे मांग रही है. वहीं दूसरी तरफ केंद्र ने राफेल डील पर 36 हजार करोड़ अपने पॉकेट में डाल लिए हैं.
राहुल ने ट्वीट में लिखा है कि डसाल्ट द्वारा जारी रिपोर्ट में सरकार के झूठ का खुलासा हुआ है. जहां राफेल विमान कतर को 1319 करोड़ में बेचा है तो वहीं भारत को यह मोदी सरकार में एक विमान के लिए 1670 करोड़ चुकाने पड़ रहे हैं. राहुल ने यह भी लिखा है कि यह विमान मनमोहन सरकार के समय 570 करोड़ का मिल रहा था.
ऐसे में भारत अब इसके लिए प्रत्येक विमान पर 1100 करोड़ रुपये ज्यादा या कहे कि पूरे डील के लिए लगभग 36 हजार करोड़ रुपये ज्यादा दे रहा है. यह रकम हमारे डिफेंस बजट का लगभग 10 प्रतिशत बैठ रही है. आपको बता दें कि वर्तमान में भारत का डिफेंस बजट ₹359,000 करोड़ रुपये हैं.
Dassault called RM's lie and released prices paid per RAFALE plane in report:
Qatar = 1319 Cr
MODI = 1670 Cr
MMS = 570 Cr
1100 Cr per plane or 36,000 Cr i.e 10 % of our Defence budget, in the pocket.
Meanwhile, our Army begs our Govt. for money. pic.twitter.com/fE5tj4IaeN
— Office of RG (@OfficeOfRG) March 16, 2018
इन आंकड़ों के साथ ही राहुल गांधी ने डसाल्ट की रिपोर्ट की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा कि दूसरी तरफ भारतीय सेना को आधुनिकीकरण के लिए भीख मांगनी पड़ रही है.
फ्रांस ने भी दे दी है हरी झंडी
आपको बता दें कि भारत और फ्रांस के बीच हुई राफेल डील पर अपने भारत दौरे पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा था कि यदि भारत इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ किसी तरह की बहस के लिए डील की कुछ बारीकियों से पर्दा उठाना चाहता है तो फ्रांस सरकार विरोध नहीं करेगी.
मैक्रों ने कहा कि कुछ टेक्निकल मुद्दों पर रहस्य केवल कॉमर्शियल एग्रीमेंट के कारण है. मैक्रों ने दावा किया कि यदि भारत में मोदी सरकार इस डील पर उठ रहे विवादों के बीच विपक्ष के साथ संवाद में कुछ बारीकियों पर से पर्दा उठाना चाहती है तो उनकी सरकार को इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी. अब तक मोदी सरकार फ्रांस से गोपनीयता का समझौता का हवाला देकर कीमत का खुलासा करने से बचती आ रही है.
कांग्रेस राफेल डील को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है. विमान की कीमत के मुद्दे पर उससे जवाब मांग रही है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राफेल लड़ाकू विमानों की फ्रांसीसी निर्माता कंपनी दशॉ एविएशन से विमान खरीद कर मोदी सरकार ने सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है.