अविश्वास प्रस्ताव तो टीडीपी लेकर आई थी लेकिन पीएम के निशाने पर राहुल गांधी थे. अपने करीब 90 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने गांधी-नेहरू परिवार पर चुन-चुनकर निशाना साधा. संसद में राहुल के गले मिलने पर भी उन्होंने तीखा तंज कस डाला. अब राहुल गांधी ने एक बार संसद में कल जो कुछ हुआ उसके बारे में ट्वीट कर बताया है.
राहुल गांधी का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी के दिल में हमारे लोगों को लेकर एक बार फिर घृणा, भय और क्रोध साफ-साफ दिखा. राहुल ने ट्वीट में लिखा, 'पीएम मोदी संसद में अपना वर्चस्व दिखाने के लिए एक बार फिर हमारे लोगों के खिलाफ घृणा, भय और क्रोध की बातें करते दिखे'. हालांकि राहुल का मानना है कि प्यार की भाषा से ही सभी भारतीयों का दिल जीता जा सकता है और इसी से देश मजूबत होगा.
The point of yesterday’s debate in Parliament..
PM uses Hate, Fear and Anger in the hearts of some of our people to build his narrative.
We are going to prove that Love and Compassion in the hearts of all Indians, is the only way to build a nation.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 21, 2018
दरअसल मंगलवार को लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने देश में अस्थिरता फैलाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव की संवैधानिक व्यवस्था का दुरुपयोग किया, हमने अखबार में पढ़ा कि अविश्वास प्रस्ताव की स्वीकृति के तुरंत बाद बयान दिया गया कि कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं है, ये अहंकार देखिए.
पीएम मोदी ने 19 साल पुराने घटनाक्रम का जिक्र करते हुए भी सोनिया गांधी को घेरा कि किस तरह अटलजी की सरकार गिरा दी गई. पीएम मोदी ने कहा कि एक परिवार के सपने के आगे कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र को दांव पर लगाया. कांग्रेस का एक ही मंत्र है हम रहेगा या कोई नहीं रहेगा.
राहुल पर निशाने के बहाने में पीएम मोदी ने महागठबंधन में भी फूट डालने की कोशिश की. कहा अविश्वास प्रस्ताव की सारी कवायद एक कुनबे को जमाने की कोशिश है.
पीएम ने कहा कि लोकतंत्र में जनता जर्नादन भाग्य विधाता है. लेकिन 2019 में कांग्रेस बड़ा दल बनेगी तो मैं पीएम बनूंगा, यह बयान अहंकार को दर्शाता है. पीएम का भाषण तीखा था और अब इस पर राहुल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.