शुक्रवार को सुबह से पूरे देश की निगाहें मुंबई पर टिकी थीं क्योंकि बॉम्बे हाई कोर्ट में सुपरस्टार सलमान खान की जमानत पर सुनवाई होनी थी. इसी बीच दिल्ली से अपनी राजनीति चलाने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक ऐसे मामले में पेश होने के लिए मुंबई पहुंचते हैं, जिसमें उन्हें पेश होने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही छूट दे दी थी. सवाल तो उठने ही थे और उठे भी कि क्या ये कांग्रेस उपाध्यक्ष का पब्लिसिटी स्टंट था?
पब्लिसिटी स्टंट
माना जा रहा है कि पूरे देश की निगाह मुंबई पर थी इसलिए राहुल गांधी जानबूझकर छूट मिलने के बावजूद अदालत में पेश हुए, ताकि सलमान मामले के बीच उन्हें भी चर्चा और पब्लिसिटी मिल जाए. क्योंकि उन्होंने बुधवार को ये साफ तौर पर देखा कि किस तरह पूरा देश की मीडिया साफ तौर पर सेशन कोर्ट और सलमान खान के इर्द गिर्द ही मंडरा रहा था.
सलमान का स्टाइल
राहुल गांधी ने अदालत में पेश होने के बाद कहा कि मैं जो भी कमिटमेंट करता हूं, उसे पूरा करता हूं. लगता है कि राहुल गांधी को सलमान का वो मशहूर डायलॉग याद आ गया होगा- एक बार जो मैंने कमिटमेंट कर दी, उसके बाद तो मैं खुद की भी नहीं सुनता.
आक्रामक अंदाज
राहुल गांधी जब से लगभग दो महीने की छुट्टियां मनाकर विदेश से लौटे हैं, तब से वे संसद के अंदर और बाहर हर जगह बिल्कुल आक्रामक अवतार में नजर आ रहे हैं. और हो सकता है कि उनका ये मुंबई रुख इसी अंदाज की एक कहानी हो.
इमेज चमकाने की मजबूरी
जिस तरह हिट एंड रन केस और काला हिरण शिकार मामले के बाद सलमान के लिए अपनी छवि को सुधारना जरूरी बन गया है, शायद उसी तरह राहुल भी अपनी पॉलिटिकल इमेज चमकाने में जुटे हैं. किसानों के लिए पदयात्रा और रैली करने के बाद राहुल ने लोअर कोर्ट में पेश होने के बाद यह साबित करने की कोशिश की कि वो कानून का कितना सम्मान करते हैं.
ट्विटर पर एंट्री
राहुल गांधी ने हाल में ट्विटर पर एंट्री की है. शायद उन्हें समझ में आ गया है कि सोशल मीडिया के बिना वो देश के युवाओं तक अपनी सीधी पहुंच नहीं बना सकते.