लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार ने जहां विरोधियों के हौसले बुलंद किए, वहीं पार्टी के अंदर भी बगावत की बू आने लगी. कांग्रेस के कई दिग्गजों ने इशारों-इशारों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को हार का दोषी माना. भीतरखाने से खबर है कि कांग्रेस ने बगावती रोशनी की चमक फीकी करने के लिए 16 सचिवों की एक टीम तैयार की है. यह टीम राहुल की छवि की रक्षा करेगी और उन दिग्गजों की सुध लेगी जो दबे सुर में राहुल की आलोचना कर रहे हैं.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार रात दिल्ली के पंजाब भवन में 16 सचिवों की इस टीम ने बैठक की है. इस बैठक का एकमात्र उद्देश्य पार्टी के वरिष्ठ और दिग्गजों तक यह संदेश पहुंचाना था कि अनुशासन तोड़ने और छवि को नुकसान पहुंचाने की किसी भी गतिविधी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
सचिवों की इस टीम का मानना है कि अगर किसी को कोई समस्या है तो इसका निपटारा पार्टी के अंदर ही होना चाहिए. राजनीतिक गलियारों में चुनाव के बाद पार्टी अपनी स्थिति से खुद ही जूझ रही है, ऐसे में नेतृत्व पर सवाल उठाना नुकसानदायक साबित हो सकता है.
यह रही कमियां
सचिवों की टीम का मानना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिम्मेदारियों को सौंपने में देरी ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया. इसके साथ ही फेरबदल की प्रक्रिया से भी पार्टी का मनोबल टूटा है.
बताया जाता है कि पंजाब भवन की बैठक में कांग्रेस सचिव शकील अहमद, नसीब पठान, के राजू, प्रकाश जोशी, हरीश चौधरी और परेश धनानी शामिल थे. खबर है कि सभी 16 सचिवों को राहुल गांधी की ओर से समर्थन प्राप्त है और बुधवार रात एक बार फिर सचिवों की टीम की बैठक होने वाली है.