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रेल बजट में होनी चाहिए ये 10 बातें

देश में 7172 से ज्यादा स्टेशन हैं. और उन से रोज गुजरती हैं 12617 ट्रेनें. इन ट्रेनों की साज-संभाल करने वाले 13 लाख 10 हजार कर्मचारी और रोज उस पर सफर करने वाले करीब दो करोड़ तीस लाख यात्रियों के लिए गुरुवार का दिन खास है. नए रेल बजट से बहुत सी उम्मीदें जो हैं . बजट में पहले से कुछ अलग होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. पीपीपी और एफडीआई लाने का रास्ता साफ किए जाने की उम्मीद है. जानिए वो दस बातें जो रेल बजट में होनी चाहिए.

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भारतीय रेल को अब एक आधुनिक बदलाव की दरकार है
भारतीय रेल को अब एक आधुनिक बदलाव की दरकार है

देश में 7172 से ज्यादा रेलवे स्टेशन हैं. और उन से रोज गुजरती हैं 12617 ट्रेनें. इन ट्रेनों की साज-संभाल करने वाले 13 लाख 10 हजार कर्मचारी और रोज उस पर सफर करने वाले करीब दो करोड़ तीस लाख यात्रियों के लिए गुरुवार का दिन खास है. नए रेल बजट से बहुत सी उम्मीदें जो हैं . बजट में पहले से कुछ अलग होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. पीपीपी और एफडीआई लाने का रास्ता साफ किए जाने की उम्मीद है. जानिए वो दस बातें जो रेल बजट में होनी चाहिए-

01. साफ-सफाई
ट्रेनों में यात्रा करते समय सबसे ज्यादा गुस्सा गंदे टॉयलेट और कोच देखकर आता है. बजट में रेल की सफाई के लिए धन का आवंटन बढ़ना चाहिए. साथ ही ट्रेन में बॉयो-टॉयलेट (जिनमें पानी की आवश्यकता नहीं होती) और सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं तो हालात बेहतर हो सकते हैं.

02. ऊर्जा संरक्षण
पिछली बजट में रेलमंत्री ने ट्रेन के ऊपर सोलर पैनल लगाए जाने का प्रस्ताव रखा था. अगर ऐसा किया जाता है तो रेल गाड़ियों का ईंधन भी बचेगा. और रेलवे को आर्थिक रूप से लाभ भी होगा. पीएम मोदी भी इस बात की पैरवी कर चुके हैं.

03. विदेशी निवेश
स्टेशनों, रेलगाड़ियों के रखरखाव और लम्बी दूरी की रेल गाड़ियों को चलाने के लिए विदेशी निवेशकों को मौका दिया जाना चाहिए. इससे यात्रियों को सुविधा भी होगी और रेलवे को फायदा भी.

04. बुलेट ट्रेन
रेलमंत्री ने पिछले बजट में इस ट्रेन को चलाने का ऐलान तो शान से किया था. लेकिन जमीनी स्तर पर कोई खास उन्नति नहीं हुई. एक ट्रायल के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. इस बजट में बुलेट ट्रेन योजना की समय सीमा और बजट तय किया जाना चाहिए.

05. रेलवे विश्वविद्यलाय
देश में प्रस्तावित रेलवे विश्वविद्यालय के लिए न तो अभी तक स्थल का चयन किया गया है और न ही इसके शैक्षणिक और शासकीय ढांचे को लेकर कोई फैसला हुआ है. इस बजट में रेल मंत्री सुरेश प्रभु को इस बारे में धन का प्रावधान कर काम आगे बढ़ाना चाहिए.

06. चारधाम यात्रा
पिछले रेल बजट में प्रधानमंत्री मोदी ने चार धाम की यात्रा को रेल मार्ग से जोड़ने का ऐलान किया था. उसके लिए सर्वेक्षण शुरू करने की बात भी हुई थी. लेकिन केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री तक रेल नेटवर्क बनाने के लिए कोई पुख्ता कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है. इस बजट में रेलमंत्री को इस यात्रा को सुगम बनाने की कोशिश करनी चाहिए.

07. खाली पड़े पदों पर भर्ती
पिछले रेल बजट में सरकार ने खाली पड़े पदों पर भर्ती की बात कही थी. साथ ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में 17 हजार जवानों के साथ ही चार हजार अतिरिक्त महिला सुरक्षाकर्मियों की भर्ती का ऐलान किया था. लेकिन घोषणा के मुताबिक कोई खास काम नहीं हुआ. इस बजट में खाली पड़े पदों को भरने की जरूरत है. इससे कई बेरोजगारों को काम भी मिलेगा.

08. एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन
पिछले बजट में तत्कालीन रेलमंत्री गौड़ा ने देश के दस बड़े स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किए जाने का ऐलान किया था. लेकिन उस परियोजना पर कुछ खास काम नहीं हुआ. इस बजट में उम्मीद की जा सकती है कि रेलमंभी प्रभु इस योजना को अमल में लाएंगे.

09. टक्कर रोधी प्रणाली
देश में विकसित रेल टक्कर रोधी प्रणाली की शुरुआत कोंकण से की गई थी. लेकिन उत्तर भारत समेत कई स्थानों पर इस प्रणाली का इस्तेमाल किए जाने की घोषणा के बावजूद काम शुरू नहीं हुआ. रेल मंत्री को इस महत्वपूर्ण योजना पर ध्यान देना चाहिए. यह प्रणाली रेल दुर्घटनाओं को रोकने में कारगर है.

10. आरक्षण व्यवस्था में सुधार
हर रेल बजट से यात्रियों को उम्मीद रहती है कि सरकार आरक्षण प्रणाली को आसान और पारदर्शी बनाएगी. लेकिन घोषणाओं के बावजूद ना तो दलालों के जाल से मुक्ति मिलती है और ना ही लंबी कतारों और प्रतिक्षा सूची से. इस बजट में रेलमंत्री से जनता को उम्मीद है कि वे आरक्षण नीति को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे.

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