रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं उठता. यह सरकार का एजेंडा नहीं है. विपक्ष के रेलवे के निजीकरण को नकारते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार नेशनल ट्रांसपोर्टर का निजीकरण नहीं कर रही है. सरकार की कोशिश है कि रेलवे में निवेश बढ़ाया जाए. इसके पीछे मकसद है रेलवे में नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल ज्यादा हो, जिससे बेहतर निवेश आए. यह राष्ट्रीय हित में है.
लोकसभा में 'डिमांड्स ऑफ ग्रांट्स ऑफ द रेलवे' पर हो रही बहस के दौरान के दौरान पीयूष गोयल ने दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पूर्ववर्ती यूपीए सरकार से ज्यादा सुरक्षा के पैरामीटरों पर काम कर रही है. एक घंटे तक चली लंबी बहस में विपक्ष ने जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस के नेता अधीर रंजन ने रेल मंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने सदन का ध्यान भटकाया है.
नकली पानी बेचने वालों पर कार्रवाई
इससे पहले रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में नकली ब्रांड का पानी बेचने वालों के खिलाफ रेल मंत्रालय ने बड़ी कार्रवाई की थी. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया था कि 300 से अधिक स्थानों पर रेड मारी गई थी. इस दौरान चार पैंट्री कारों के प्रबंधक समेत 800 लोगों को गिरफ्तार किया था और 48,860 बोतलें बरामद की गई थी. उन्होंने कहा था कि लगातार यात्रियों से शिकायत मिल रही थी, इसके बाद रेल मंत्रालय ने ये कार्रवाई की थी.