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रेलवे की हर गतिविधि पर रहेगी रेल मंत्री की नजर, CRIS ने बनाया ऐप

भारतीय रेलवे के देशभर में फैले नेटवर्क पर रेलमंत्री पीयूष गोयल अब अपने ऑफिस से नजर बनाए रखेंगे. क्रिस ने एक ऐसा ऐप तैयार किया है जिसकी मदद से रेल से जुड़ी हर चीज रेलमंत्री की जद में रहेगी.

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रेलमंत्री पीयूष गोयल (फाइल/ PTI)
रेलमंत्री पीयूष गोयल (फाइल/ PTI)

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भारतीय रेलवे के किसी भी प्रोजेक्ट की ताजा जानकारी, देश में चल रही रेलगाड़ियों की ताजा स्थिति या फिर आम जनता की शिकायतों की जानकारी आदि सब कुछ हासिल करने के लिए अब एक ही इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म पर माउस की क्लिक पर उपलब्ध करा दी गई है.

रेलमंत्री पीयूष गोयल और रेलवे बोर्ड के उच्चाधिकारियों के लिए सेंटर फॉर रेलवे इनफॉरमेशन सिस्टम यानी क्रिस ने ई-दृष्टि नाम से एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है जिसमें रेलवे के तमाम पहलुओं के बारे में पलक झपकते ही ताजा जानकारी मिल जाएगी.

क्रिस ने पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे ऐप्स बनाए हैं जिससे रेलगाड़ियों की ताजा स्थिति, बड़े-बड़े प्रोजेक्ट के बारे में  कंस्ट्रक्शन की ताजातरीन स्थिति, देशभर में चल रहे तमाम रेलवे प्रोजेक्ट की वर्तमान स्थिति के साथ-साथ आईआरसीटीसी के किचन में बन रहे खाने की लाइव स्ट्रीमिंग जैसी तमाम सुविधाएं रेलवे बोर्ड के आला अफसरों और मंत्रियों के लिए सीधे-सीधे उपलब्ध रहेगी.

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इस तरह के तमाम ऐप्स को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एकीकृत करके ई-दृष्टी का नाम दे दिया गया है. रेलवे के इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अब रेल मंत्री और रेलवे के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को रेलवे से जुड़ी सभी ताजा जानकरियां उनके कम्प्यूटर या मोबाइल पर हर वक्त मौजूद रहेंगी.

रेल मंत्रालय के एक उच्च अधिकारी के मुताबिक इस ऐप के जरिए रेल मंत्री हों या फिर रेलवे बोर्ड के बड़े अफसर या फिर जीएम लेवल के अधिकारी, सभी को रेलवे के बारे में ताजातरीन जानकारी और पब्लिक से मिल रही शिकायतें सीधी-सीधी पहुंचती रहेगी.

इससे जहां एक तरफ रेलवे के तमाम प्रोजेक्ट्स को तेजी से प्रभावकारी तरीके से पूरा करने में मदद मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की शिकायतों का समय रहते निस्तारण किया जा सकेगा.

खास बात यह है कि रेल मंत्रालय में बैठे-बैठे रेल मंत्री रेलवे की लगभग सभी जानकरियां अपने ऑफिस में लगी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर देख सकते हैं. आने वाले दिनों में इस सिस्टम को जनरल पब्लिक के लिए भी मुहैया कराने पर विचार किया जा रहा है.

11 कर्मचारियों को सेफ्टी पुरस्कार

सतर्कता और तत्काल एक्शन लेकर संभावित दुर्घटनाओं को टालने वाले उत्तर रेलवे के सभी पांच मंडलों के सेफ्टी वर्ग के कुल 11 रेल कर्मचारियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. उत्तर रेलवे के हेड ऑफिस बड़ौदा हाउस, नई दिल्‍ली में आयोजित एक समारोह में सेफ्टी पुरस्कार तथा महाप्रबंधक उत्कृष्टता सेवा पुरस्कार कर्मचारियों को सम्मानित किया.

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रेलवे सेफ्टी के पुरस्कारों को उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक टीपी सिंह ने प्रदान किया. महाप्रबंधक ने रेल गाड़ियों के परिचालन में सेफ्टी के मद्देनजर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रवीन कुमार, सिराजुद्दीन अंसारी, राम मिलन, रमाकांत, सुरेन्द्र कुमार, राकेश कुमार, सन्नी, मक्खू, जगदीश कुमार, राजकुमार और हुकुम सिंह को सम्मानित किया.

फ्रेट कॉरिडोर का 30 नवंबर को ट्रायल रन

भदान से खुर्जा के बीच 194 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (EDFC) तैयार कर लिया गया है. रेल मंत्रालय के मुताबिक कॉरिडोर का काम काफी तेजी से चल रहा है और भदान और खुर्जा के बीच 30 नवंबर को कमर्शियल माल गाड़ी का पहला ट्रायल रन किया जाएगा.

दिल्ली-कानपुर के बीच भदान और खुर्जा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर सेक्शन में 6 रेलवे स्टेशन है. कॉरिडोर के हिस्से में 249 महत्वपूर्ण ब्रिज है जिनमें 17 बड़े पुल, 3 रेलवे फ्लाईओवर और 32 रेल अंडर ब्रिज हैं. खास बात यह है कि भदान और खुर्जा के बीच 194 किलोमीटर के हिस्से पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से माल गाड़ी चलाई जा सकती है.

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