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पकड़ा गया रेलवे के पेपर लीक कराने वाला मास्टरमाइंड

एसटीएफ ने रेलवे भर्ती बोर्ड इलाहाबाद की परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड बेदी राम को गिरफ्तार कर लिया है.

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पेपर लीक कराने वाला मास्टरमाइंड
पेपर लीक कराने वाला मास्टरमाइंड

एसटीएफ ने रेलवे भर्ती बोर्ड इलाहाबाद की परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड बेदी राम को गिरफ्तार कर लिया है.

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बेदी राम रेलवे में टीटीई था और बाद में कई परीक्षाओं को लीक करने के आरोप में वह सुर्खियों में आया. पिछले दिनों जब सीपीएमटी का पेपर लीक हुआ तो एसटीएफ के शक की सुई बेदी राम के गिरोह पर ही गई. एसटीएफ का यह शक तब और भी गहरा हो गया, जब रविवार को आरआरबी का पेपर भी लीक हो गया. इसमें लखनऊ से ही दो अभ्यर्थी पकड़े भी गए थे.

फिलहाल, बेदी राम से पेपर संबंधी अन्य पूछताछ की जा रही है. लखनऊ में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार बेदी राम एक और परीक्षा को लीक कराने की फिराक में था. इस बात का खुलासा एसटीएफ के एसएसपी अमित पाठक ने किया. एसएसपी एसटीएफ ने साथ में यह भी बताया कि अभी तक जांच में बेदी राम के पास अकूत संपत्ति की जानकारी मिली है.

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आपको बता दें कि रेलवे और मेडिकल की परीक्षा को लीक कराने के मास्टरमाइंड बेदी राम को एसटीएफ ने बुधवार को लखनऊ के आशियाना से गिरफ्तार किया है. दो दिन पहले लखनऊ में रेलवे की परीक्षा के दौरान पकडे गए दो मुन्ना भाइयों की गिरफ्तारी के बाद भी बेदी का नाम आया था. आरआरबी पेपर लीक मामले में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. जहां रेलवे भर्ती बोर्ड इलाहाबाद के अधिकारी पेपर लीक होने की बात को नकार रहे थे, वहीं एसटीएफ के अधिकारी फर्जीवाड़े की बात पर अड़े थे.

बोर्ड के अध्यक्ष एसएन माथुर ने रविवार को ही कहा था कि बरामद आंसर-की मूल प्रश्न पत्र से मेल नहीं खा रही. ऐसे में पेपर लीक करने की बात नहीं मानी जा सकती. इसी वजह से रेलवे भर्ती बोर्ड ने न तो रविवार को हुई परीक्षा रद्द की और न ही किसी खास सेंटर पर दोबारा परीक्षा कराने की बात कही.

हालांकि बुधवार को बेदी राम के पकड़े जाने के बाद तस्वीर साफ हो चुकी है. गौरतलब है कि सीपीएमटी-2014 की प्रवेश परीक्षा 23 जून को होनी थी, लेकिन गाजियाबाद में पेपर लीक की सूचना के बाद परीक्षा निरस्त कर दी गई थी. इसमें भी बेदी राम का ही हाथ बताया जा रहा है।परीक्षा की नई तिथि 20 जुलाई प्रस्तावित की गई है. गाजियाबाद के इलाहाबाद और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में रखे बॉक्स के क्षतिग्रस्त पाए जाने के बाद ये फैसला लिया गया. अब यह परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच होगी और सभी सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इस परीक्षा में 1,09,291 अभ्यर्थियों को शामिल होना है.

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उत्तर प्रदेश के एसएसपी एसटीएफ अमित पाठकने बताया कि उत्तर प्रदेश में पूर्व में कई बार पेपर लीक कराने प्रकरण में ये जो लखनऊ और जौनपुर के रहने वाले हैं हमारे द्वारा पूछताछ की जा रही है. आरआरबी का पेपर हुआ था, उसमें जो दो लोग सामग्री के साथ पकड़े गए थे, उन्होंने इसका नाम बताया था ये मध्य प्रदेश में दो मामलो में वांछित चल रहे हैं. पूर्व में ये कई मौको पर इनको जेल भेजा गया है ये अपने परिवार के साथ मिलकर 14 वर्षों से पेपर लीक करने का काम कर रहे हैं.

एसटीएफ एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि लखनऊ के आशियाना में 13 जुलाई को रेलवे की लोको पायलट की परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े गए दो आरोपियों ने बेदी राम का नाम बताया था, जिसके बाद ही बेदी को भी आरोपी बनाया गया था. अमित पाठक ने बताया कि आरोपी बेदी राम रेलवे और मेडिकल की परीक्षा को लीक कराने का मास्टर माइंड है और इससे पहले भी कई बार इसी मामले में वो जेल भी जा चुका है.

अमित पाठक ने साथ ही यह भी बताया कि आरोपी बेदी राम 2006, 2008 और 2009 में भी इसी मामले में जेल जा चुका है और आरोपी मध्यप्रदेश में आयुष मेडिकल ऑफिसर की परीक्षा लीक कराने भी इसका नाम था, जिसके चलते वहां की पुलिस को बेदी की तलाश थी. एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि मधयप्रदेश पुलिस को बेदी के पकड़े जाने की जानकारी दे दी गई और वो पूछताछ करने के लिए लखनऊ पहुंच चुकी है.

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अमित पाठक ने यह भी खुलासा किया कि बेदी राम के साथ गिरोह में उसके परिवार के पांच लोग मुख्य रूप से शामिल है और अब तक आरोपियों ने लखनऊ और जौनपुर में बहुत समपत्ति अर्जित की है.

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