रेलवे ने तत्काल कोटे के 50 फीसदी टिकटों को गतिशील भाड़ा प्रणाली से जोड़ने का फैसला किया है. इसका सीधा असर तत्काल टिकटों की कीमत पर पड़ा है. यानी अब रेल यात्रियों को तत्काल टिकट के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे चुकाने होंगे.
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'यह निर्णय लिया गया है कि मौजूदा तत्काल कोटे के टिकट का 50 फीसदी हिस्सा गतिशील किराया योजना के तहत बेचा जाएगा.' इसका अर्थ यह है कि मौजूदा तत्काल योजना के तत्काल कोटे का शुरू का 50 फीसदी टिकट बुक हो जाने के बाद बाकी 50 फीसदी टिकट गतिशील किराए के आधार पर बेचे जाएंगे. यानी ज्यादा मांग पर ज्यादा किराया. बाकी के 50 फीसदी टिकट प्रीमियम तत्काल कोटा के अंतर्गत आएंगे.
प्रीमियम तत्काल कोटा टिकट योजना एक अक्तूबर से 80 ट्रेनों में चालू हो गई है और उसके लिए टिकट ऑनलाइन ही उपलब्ध है. अधिकारी ने कहा, 'सभी जोनों को अपने-अपने जोन में पांच लोकप्रिय ट्रेनों की पहचान करने को कहा गया है.'
जाहिर तौर पर इस नई नीति से रेलवे को फायदा होगा, लेकिन यात्रियों की जेब पर असर भी पड़ेगा. खासकर त्योहार के दौरान रेलवे टिकट की मारामारी में इसका असर देखने को मिलेगा. हालांकि रेलवे का कहना है कि यह दलालों से निबटने का एहतियाती उपाय है.