भारतीय रेलवे कैटरिंग और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) द्वारा ई-कैटरिंग सर्विस की शुरुआत के साथ भारतीय रेलवे लंबी दूरी की ट्रेनों से पैंट्री कार खत्म करने जा रही है. लेकिन रेलवे के इस कदम से फिलहाल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
कुछ ट्रेनें जिनमें से पैंट्री कार सेवा खत्म की जा रही है वह ऐसे स्टेशनों से होकर गुजरती हैं जहां नाश्ता, लंच या डिनर के समय ई-कैटरिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में यात्रियों को अपने साथ खाना लेकर चलने या बिना भरोसे वाले निजी कैटरर की सुविधाओं पर निर्भर रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा.
पूर्वी रेलवे ने घोषणा की है कि हावड़ा-देहरादून उपासना एक्सप्रेस और हावड़ा-हरिद्वार कुंभ एक्सप्रेस से पैंट्री कार सेवा हटा ली जाएगी. हालांकि ये नवंबर से अस्थायी रूप से ही लागू होगा.
दोनों ट्रेने हावड़ा से 1 बजे चलती हैं. तो दोपहर के खाने की तो कोई समस्या नहीं होगी. हावड़ा स्टेशन पर ई-कैटरिंग सुविधा भी उपलब्ध है. शाम के स्नेक्स आसनसोल स्टेशन से लिए जा सकते हैं. पटना में रात का खाना आसानी से मिल जाएगा क्योंकि यहां भी दोनों स्टेशनों पर ई-कैटरिंग सर्विस दी जा रही है. लेकिन समस्या अगले दिन के लंच की है. लखनऊ से चारबाग और हरिद्वार से देहरादून तक किसी भी स्टेशन पर ई-कैटरिंग सुविधा नहीं मिलेगी.
ये बात तो साफ है कि पैंट्री कार हटा लेने का रेलवे का फैसला यात्रियों की समस्या का कारण बनने वाला है.