उत्तर भारत में लोगों ने इस साल सर्दी को विदाई दे दी है. मौसम विभाग की मानें तो हिमालय के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में एक बार फिर मौसम करवट बदलने वाला है.
फिर ठिठुरेगी कश्मीर वादी
ऐसा अनुमान है कि इन इलाकों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते पारा एक बार फिर गिर सकता है. डिस्टरबेंस 21 मार्च की रात से असर दिखाना शुरू करेगी. इसके बाद जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में मौसम फिर सर्द होने की संभावना है. ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है. साथ ही लद्दाख में 23 मार्च तक रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हो सकती है. मौसम के बदले मिजाज की सबसे ज्यादा मार 22 मार्च को देखने को मिलेगी.
हिमाचल में लौटेगी सर्दी
मौसम विभाग के अधिकारियों की मानें तो उत्तर-पश्चिम हिमालय में 2000 मीटर से नीचे की ऊंचाई वाले इलाकों में जोरदार बारिश देखी जाएगी. उनके मुताबिक इस मध्यम दर्जे के वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर हिमाचल प्रदेश में भी देखा जाएगा. राज्य के जनजातीय इलाकों में 22 मार्च और 23 मार्च को बारिश और बर्फबारी का अनुमान है तो वहीं धर्मशाला, चंबा, डलहौजी, कुल्लू-मनाली और शिमला में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना बताई जा रही है. उत्तराखंड के हिमाचल प्रदेश से सटे इलाकों में भी इस दौरान हल्की बारिश और बर्फबारी होगी.
मैदानी इलाकों चढ़ेगा पारा
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 22 और 23 मार्च को पंजाब और हरियाणा के उत्तरी हिस्सों में धूल भरी आंधी के साथ बारिश हो सकती है. इसके अलावा उत्तर भारत के तमाम मैदानी इलाकों में तेज धूप खिली रहेगी और उत्तर-पश्चिम हवाओं का जोर बना रहेगा. दिल्ली समेत उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले तीन-चार दिनों में तापमान ऊपर चढ़ना शुरू हो जाएगा. कहा जा रहा है कि राजधानी दिल्ली में हफ्ते भर के अंदर दिन का तापमान सामान्य के मुकाबले 3 से 4 डिग्री सेल्सियस ऊपर चला जाएगा.