राजनीति मुद्दे पर की जाती है. मुद्दे की राजनीति हो तो अच्छा भी लगता है, लेकिन मंच और माइक का मेल ऐसा है कि अक्सर राजनेताओं की जुबान फिसल जाती है और कई बार वह अपना संयम भी खो बैठते हैं. लेकिन दुखद तब जब बयानबाजी सीमाएं तोड़ देती है और पद की गरिमा तार-तार हो जाती है. ताजा मामला कांग्रेस के पूर्व सांसद और फिल्म अभिनेता राज बब्बर का है, जिन्होंने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है.
मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान राज बब्बर, पीएल पूनिया और श्रीप्रकाश जायसवाल समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया. लेकिन राज बब्बर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए 'तू-तड़ाक' पर उतर आए. कांग्रेस के 'जमीन वापसी आंदोलन' के दौरान मंच पर मौजूद राज बब्बर ने कहा, 'नरेंद्र मोदी किसानों की जमीन 4.5 करोड़ में उनका सूट खरीदने वाले लोगों को गिफ्ट करना चाहता है. मैं पूछना चाहता हूं नरेंद्र दामोदर दास मोदी से कि तू क्या जानता है. तू सिर्फ कॉरपोरेटरों से अपने सूट की बोली 4.5 करोड़ में लगवाना जानता है. यहां वे किसान बैठे हैं, जिनके बेटे सीमाओं पर तैनात हैं. मोदी तुझे क्या पता है?'
राज बब्बर के अलावा विरोध प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों किसानों को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश सहित पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने भी संबोधित किया. दिग्विजय सिंह ने सरकार से पूछा है कि जब कांग्रेस ने भूमि अधिग्रहण को लेकर कानून बनाया था तो इसका श्रेय राजनाथ सिंह और सुषमा स्वराज ले रही थीं. लेकिन अब वह खुद इसे बदलने पर तुले हुए हैं.
कांग्रेस का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्योगपतियों के दबाव में इस कानून में बदलाव कर रहे हैं. भूमि अधिग्रहण अध्यादेश पर मोदी सरकार चारों तरफ से घिरती दिख रही है. विपक्ष के साथ ही समाजसेवी अन्ना हजारे और खुद एनडीए की घटक शिवसेना और अकाली दल भी इस बिल का विरोध कर रहे हैं.