महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे को मुंबई पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की सशर्त इजाजत दे दी है. उसके बाद राज ने एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि सब इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि मैं क्या बोलुंगा.
राज ने कहा कि मैं छठ पर्व को लेकर यह संवाददाता सम्मेलन कर रहा हूं. मैं किसी भी पूजा के खिलाफ नहीं हूं और ना ही छठ पर्व पर मेरा कोई विरोध है. मेरा विरोध छठ को लेकर होनेवाली राजनीति से है. राज ने कहा कि मुंबई में दुर्गा पूजा और रामलीला भी होती है. मैंने इनका कभी विरोध नहीं किया. बल्कि रामलीला में मैं खुद शामिल होता हूं जबकि वह भी उत्तर भारतीय लोग ही मनाते हैं.
राज ने त्यौहारों को लेकर राजनीति नहीं करने की अपील की. राज ने कहा कि उत्तर भारतीय नेता अपने यहां से लोगों को महाराष्ट्र भेज कर राज्य में राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं. इसलिए मैं राज्य सरकार और बीएमसी से गुजारिश करता हूं कि वो बाहर के लोगों को आने से रोकें.
उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा उत्तर भारतीयों के मामले पर दिए गए बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि तब किसी ने विरोध क्यों नहीं दर्ज कराया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके और महाराष्ट्र के खिलाफ सभी एकजुट हो गए हैं. राज ने कहा कि मैंने अपने कार्यकर्ताओं से शांति की अपील की है.
राज ने कहा कि उनके बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया और विद्वेष फैलाने की कोशिश की गई. महाराष्ट्र सरकार द्वारा अपनी सुरक्षा हटाए जाने के मामले में राज ने कहा कि राज्य सरकार ने राजनीतिक द्वेष के कारण ऐसा किया.