राज ठाकरे ने एक बार फिर मर्यादा तोड़ डाली. मराठी मानुष पर बोलते-बोलते वो ये कह गए कि अगर कभी महाराष्ट्र को देश से अलग करने की मांग उठी, तो इसके जिम्मेदार वो नहीं होंगे.
राज ठाकरे की जुबान से फिर निकली आग. इसबार तो उन्होंने देश को बांटने जैसी बात तक कर दी. मुंबई में डोंबिवली की एक जनसभा में बोलते हुए राज ठाकरे ने कहा कि अगर महाराष्ट्र को देश से अलग करने की आग सुलगती है तो इसके लिए वो नहीं, बल्कि वो बाहर वाले होंगे, जो महाराष्ट्र के लोगों को भड़काने वाले बयान दे रहे हैं.
ऐसा लग रहा था, माने राज ठाकरे निशाना साधने के लिए मंच पर खड़े हुए थे. राहुल पर निशाना साधते हुए तो वो हमेशा की तरह भाषा की मर्यादा तक भूल गए. सियासी हमले से ही उन्हें संतोष नहीं मिला, तो मुकेश अंबानी पर भी निशाना साध दिया. अब तक नफरत का बीज बोने वाले राज ठाकरे अब खुलकर बांटो-बांटो की राजनीति करने लगे हैं.