2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले में आरोपी पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा ने गुरुवार को कहा कि अगर कांग्रेस नेता पी.सी.चाको सरकारी गवाह बनते हैं, तो वह इसका स्वागत करेंगे.
राजा ने एक बयान में कहा, 'मामले की सुनवाई में बाहर से हिस्सा लेने के बजाय बेहतर होगा कि वह (चाको) अदालत के गवाह के रूप में अदालत में शामिल हों और ऐसी स्थिति में मैं उनका स्वागत करूंगा.'
राजा मीडिया में चाको द्वारा बुधवार को की गई उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के उस तर्क का समर्थन करती है, जिसके मुताबिक केंद्रीय दूरसंचार मंत्री (राजा) ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को स्पेक्ट्रम आवंटन प्रक्रिया के दौरान गुमराह किया.
राजा ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि स्पेक्ट्रम मामले पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का नेतृत्व करने वाले चाको निचली अदालत की कार्यवाही पर अब टिप्पणी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'यह स्मरणीय है कि वह (चाको) वही हैं, जिन्होंने विभिन्न पार्टी के नेताओं के अनुरोध के बावजूद मुझे जेपीसी के समक्ष गवाही देने के लिए नहीं बुलाया.' राजा ने कहा, 'पी.सी. चाको ने अपनी रिपोर्ट में मेरा जवाब शामिल नहीं किया, जो 100 पन्नों से अधिक का था, जबकि जेपीसी की कार्यवाही में नि:पक्षता, पारदर्शिता तथा विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए यह जरूरी था.
उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर मुझे और टी.आर. बालू को आश्वासन दिया था, जो उस वक्त जेपीसी के सदस्य थे.' पूर्व दूरसंचार मंत्री ने कहा कि जेपीसी के समक्ष गवाही के लिए मुझे न बुलाकर और जेपीसी की रिपोर्ट में मेरे जवाब को शामिल न कर चाको निचली अदालत की सुनवाई पर कुछ भी बोलने का कानूनी अधिकार खो चुके हैं.