तमिल सुपरस्टार रजनीकांत ने राजनीति में आने के ऐलान के 24 घंटे के भीतर ही अपनी पार्टी का लोगो भी जारी कर दिया है. नए साल के पहले दिन रजनीकांत ने ट्विटर पर अपने समर्थकों के लिए एक वीडियो अपलोड किया है. इसमें उन्होंने तमिलनाडु के लोगों से अपनी नई वेबसाइट और मोबाइल एप में रजिस्टर करते हुए साथ आने की अपील की है.
तमिलनाडु को चाहिए साफ-सुथरी राजनीति
रजनीकांत ने नए साल के पहले दिन धमाकेदार अंदाज में वेबसाइट और लोगो लांच किया. रजनीकांत ने अपनी वेबसाइट rajinimandram.org और मोबाइल एप rajini mandram पर लोगों से जुड़ने की अपील की. एक मिनट 14 सेकेंड के वीडियो में रजनी ने लोगों से तमिलनाडु की राजनीति से गंदगी साफ करने की अपील करते हुए उन्हें वेबसाइट और एप पर रजिस्टर करने को कहा. उन्होंने कहा कि राज्य के लोग अब साफ-सुथरी राजनीति चाहते हैं.
31 दिसंबर को किया था ऐलान🤘🏻🙏🏻 pic.twitter.com/jnqZv1iWGz
— Rajinikanth (@superstarrajini) January 1, 2018
गौरतलब है कि 2017 के आखिरी दिन यानि 31 दिसंबर को रजनीकांत ने राजनीति में आने का ऐलान किया था. रजनी ने कहा है कि वे अगले चुनाव में हर सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे. रविवार को सियासत में एंट्री का ऐलान करने के बाद रजनीकांत ने कहा कि मेरा राजनीति में आना तय है. मैं अब राजनीति में आ रहा हूं. यह आज की सबसे बड़ी जरूरत है. रजनीकांत ने कहा है कि मेरी पार्टी के तीन मंत्र होंगे, सच्चाई, मेहनत और विकास. राजनीति की दशा काफी खराब हो गई है. सारे राज्य हमारा मजाक बना रहे हैं. अगर मैं राजनीति में नहीं आता हूं तो यह लोगों के साथ धोखा होगा.
6 दिनों में 18 जिलों की यात्रा की
दक्षिण भारत के जानेमाने फिल्म अभिनेता ने कहा, 'जहां भी सत्ता का दुरुपोयग होगा, मैं उसके खिलाफ खड़ा रहूंगा. उन्होंने कहा कि आज चारों ओर भ्रष्टाचार है और राजनीति का सिर्फ नाटक हो रहा है.' राजनीति में आने के ऐलान से पहले पिछले 6 दिन से रजनी चेन्नई में अपने समर्थकों से मिल रहे थे. रजनीकांत ने तमिलनाडु के 18 जिलों में छह दिनों तक यात्रा की.
दक्षिण भारत में सबसे लोकप्रिय अभिनेता
67 साल के इस अभिनेता के दक्षिण भारत में कई चाहने वाले हैं. वह दक्षिण भारत में सबसे लोकप्रिय के अभिनेताओं में से एक हैं. उनकी फिल्में 2.0 और काला सिनेमाघरों में उतरने वाली हैं. उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा था, 'मैं राजनीति में 1996 से हूं. मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं राजनीति में एंट्री कर रहा हूं.'
फिल्म फ्लॉप होने के डर से कभी शूट नहीं हुआ रजनीकांत की मौत का सीन
आपको बता दें कि तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की पिछले साल दिसंबर में हुई मौत के बाद राज्य की राजनीति में एक शून्य पैदा हुआ है. सत्तारूढ़ एआईएडीएमके में भी गुटबाजी सामने आई थी. पुरानी बात करें तो 1996 में रजनीकांत ने जयललिता के विरोध में आकर लोगों से डीएमके का समर्थन करने की अपील की थी. उन्होंने कहा था, 'अगर जयललिता दोबारा सत्ता में आईं तो भगवान भी तमिलनाडु को नहीं बचा सकेगा.' तब डीएमके को चुनावों में भारी जीत मिली थी, हालांकि बाद में रजनीकांत ने इसे अपनी गलती बताया था.
कमल हसन भी कर सकते हैं राजनीति
रजनीकांत से पहले दक्षिण के एक और फिल्मी सुपरस्टार कमल हसन भी राजनीति में रुचि दिखा रहे हैं. उन्होंने पिछले महीने अपने जन्मदिन पर 'मइयम व्हिसल' नामक व्हिसल ब्लोअर ऐप लॉन्च किया था. उन्होंने कहा है कि वह कुछ दिनों में राजनीति में आ सकते हैं. कमल हसन ने जहां अपने लेख और भाषणों में बीजेपी को निशाने पर लिया है, वहीं रजनीकांत की रणनीति उनसे अलग रही है. रजनीकांत से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की थी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि रजनीकांत का हमेशा पार्टी में स्वागत है. हालांकि, रजनीकांत ने किसी पार्टी में जाने की बजाए अपनी अलग पार्टी बनाने का फैसला किया.