पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषी एजी पेरारीवलन को एक महीने की परोल मिली है. पिछले 28 साल से जेल में बंद पेरारीवलन को तमिलनाडु सरकार ने परोल दी है.
एजी पेरारीवलन के पिता अस्वस्थ हैं और उनका इलाज चल रहा है और इसी कारण उन्हें परोल दी गई है. वह 11 नवंबर को परोल पर रिहा हो सकते हैं. पेरारीवलन को इससे पहले 2017 में इसी तरह के कारण के लिए दो महीने की परोल मिली थी.
SC ने MDMA से मांगी स्टेटस रिपोर्ट
इससे पहले राजीव गांधी हत्या मामले में ही सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मल्टी डिस्पेलनरी मॉनिटरिंग एजेंसी (MDMA) से ताजा स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. सुप्रीम कोर्ट ने 4 सप्ताह के भीतर अपनी स्टेटस रिपोर्ट सौंपने को कहा है. कोर्ट ने यह आदेश हत्याकांड के दोषी पेरारिवलन की याचिका पर दिया है.
एजी पेरारीवलन की याचिका में कहा गया है कि जब तक मल्टी डिस्पेलनरी एजेंसी की जांच पूरी नहीं होती उनकी सजा निलंबित रखी जाए.
सजा को निलंबित करने की मांग
2017 में राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी एजी पेरारीवलन की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. पेरारीवलन ने याचिका में अपनी उम्रकैद की सजा को निलंबित करने की मांग की है. याचिका में कहा गया कि जब तक मल्टी डिस्पेलनरी एजेंसी की जांच पूरी नहीं होती उनकी सजा निलंबित की जाए. ये एजेंसी 1998 में जस्टिस जैन कमिशन की सिफारिश के आधार पर बनी थी.एजी पेरारीवलन के वकील ने बताया कि वो 26 साल से जेल में हैं और उन्हें 9 वोल्ट की दो बैटरी सप्लाई के लिए दोषी करार दिया गया था, जिससे बम बनाकर राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी.