बीजेपी ने इशरत जहां मुठभेड़ मामले की सीबीआई की जांच को लेकर रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा और उस पर ना केवल जांच एजेंसी बल्कि अन्य कई संवैधानिक संस्थाओं का दुरपयोग करने का आरोप लगाया.
इशरत जहां मुठभेड़ मामले की सीबीआई जांच के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, ‘देश में सभी को सच्चाई पता है कि कांग्रेस सरकार ने सीबीआई का दुरपयोग किया है. ना केवल सीबीआई बल्कि कांग्रेस सरकार ने देश में अन्य संवैधानिक संस्थाओं का अधिकतम दुरपयोग करने का प्रयास किया.’
19 वर्षीय कालेज छात्रा इशरत जहां तीन अन्य के साथ 15 जून 2004 को अहमदाबाद के बाहरी क्षेत्र में कथित रूप से अपराध शाखा के अधिकारियों के एक दल द्वारा मारी गई थी. अपराध शाखा को एक गुप्त सूचना मिली थी कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के एक समूह ने वर्ष 2002 के साम्प्रदायिक दंगों का प्रतिशोध लेने के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या का षड्यंत्र रचा है.
बीजेपी उन खबरों से परेशान है जिसमें दावा किया गया है कि सीबीआई इस बात के ताजा सबूत के साथ आयी है कि मोदी और गुजरात के तत्कालीन गृह मंत्री अमित शाह को इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ होने की पहले से जानकारी थी.
राजनाथ ने नई दिल्ली में बुनकरों की एक सभा को संबोधित करते हुए यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकारों ने देश में संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को कम किया है. उन्होंने कहा, ‘यदि किसी ने देश में संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को कम किया है तो वह कांग्रेस सरकार है.’ बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे को मिले चुनाव आयोग की नोटिस के बारे में पूछे जाने पर बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने मुंडे का भाषण नहीं सुना है लेकिन यदि चुनाव आयोग ने मुंडे को नोटिस भेजा है तो वह जवाब देंगे.’
इससे पहले राजनाथ ने बुनकरों की सभा को संबोधित करते हुए किसानों को दी गई राहत की तर्ज पर बुनकरों के लिए भी ऋण माफी की वकालत की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने 55 वर्ष के शासन काल में देश से गरीबी मिटाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया है. उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाया कि वह अपनी राजनीति के चलते गरीबी बनाये रखने का षड्यंत्र करती है.
राजनाथ ने कहा, ‘यदि गरीब, गरीब हैं तो ऐसा उनके खराब भाग्य के चलते नहीं बल्कि सत्ता में रहने वाली सरकार के खराब इरादों के चलते है.’ राजनाथ ने कहा, ‘यह सत्ता में रहने वालों का षड्यंत्र है कि लोगों को उनकी गरीबी मिटाने ना दिया जाए. मेरा मानना है कि सत्ता में बैठे रहने वाले सोचते हैं कि वे चुनाव से पहले उन्हें कुछ रियायतों की पेशकश करके उनके वोट खरीद सकते हैं.’
उन्होंने बुनकरों को वादा किया कि एक बार बीजेपी सरकार के सत्ता में आने पर वह उन्हें समान दर्जा प्रदान करने के साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान करेगी. उन्होंने कहा, ‘बुनकरों और किसानों को एक पैमाने पर रखा जाएगा. हम बुनकरों को एक से दो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराएंगे, जैसा किसानों को दिया जाता है.’ उन्होंने तब तक कपास के निर्यात का विरोध किया है जब तक कि देश में बुनकरों की मांग पूरी नहीं हो जाती. उन्होंने बुनकरों के लिए आसान ऋण की भी मांग की. उन्होंने हथकरघा निगमों के ‘उपलब्ध नहीं रहने और बुनकरों के हित पूरे करने में प्रभावी भूमिका नहीं निभाने के लिए भी सरकार को आड़े हाथ लिया.’