गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की.
पठानकोट आतंकी हमले के मद्देनजर दिल्ली और देश के कई अन्य शहर हाई अलर्ट पर बने हुए हैं. साथ ही गणतंत्र दिवस भी सिर पर है. इसके चलते नार्थ ब्लॉक में शुक्रवार को एक अहम बैठक बुलाई गई. जिसकी अध्यक्षता खुद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने की.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक करीब एक घंटे की चली इस बैठक के दौरान देश के सुरक्षा तंत्र से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने आंतरिक सुरक्षा और हाल के दिनों में मिली खुफिया सूचनाओं के विभिन्न पहलुओं का जायजा लिया.
गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद भाग लेंगे. इसलिए समारोह स्थल, दिल्ली समेत सभी संवेदनशील स्थानों, सीमावर्ती क्षेत्रों और प्रमुख शहरी केंद्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बैठक में आवश्यक निर्देश दिए गए.
सूत्रों की माने तो बैठक में इंटेलीजेंस ब्यूरो और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग ने उनके द्वारा एकत्र की गई जानकारी साझा की. जबकि राष्ट्रीय जांच एजेंसी के प्रमुख ने पठानकोट एयर बेस पर हुए आतंकी हमले में चल रही जांच के बारे में जानकारी दी.
हाल ही में मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों जैश-ए-मोहम्मद के 6 से 10 आतंकवादी पंजाब के माध्यम से भारत में दाखिल हुए थे. उनमें से जैश के 6 संदिग्ध आतंकवादी पठानकोट एयर बेस में तीन दिन तक चली मुठभेड़ के दौरान मारे गए थे, लेकिन अभी भी कुछ शेष बचे आतंकियों के यहां होने की संभावना है. इसके अलावा, पंजाब पुलिस से मिले इनपुट के अनुसार ऐसे 15 आतंकवादी हो सकते हैं, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन कर पाकिस्तान से भारत में दाखिल हुए थे.
गणतंत्र दिवस समारोह की अधिक से अधिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली में पहले से ही 10,000 की संख्या में अर्धसैनिक बल अतिरिक्त तैनात किया गया है.
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एजेंसियों के मुताबिक आतंकवादी यहां विमान को अगवा कर यात्रियों को बंधक बनाने जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं.
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में सुरक्षा के पैमाने को बढ़ाने के लिए कहा गया है. कुछ उड़ानों में कुछ यात्रियों को 'माध्यमिक सीढ़ी जांच' से गुजरने के लिए भी कहा जा रहा है. माध्यमिक सीढ़ी जांच यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जाती है कि कोई यात्री किसी भी तरह का हथियार या रासायनिक लेकर विमान में प्रवेश तो नहीं कर रहा है.
यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली विदेश सचिव स्तर की वार्ता के टल जाने और पठानकोट हमले पर पाकिस्तान एसआईटी की भारत यात्रा को हरी झंडी दिए जाने के बाद शुक्रवार को बुलाई गई थी.