जम्मू-कश्मीर में आतंकी बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद से हालात तनावपूर्ण हैं. शुक्रवार शाम आतंकी के खात्मे के बाद से शुरू हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं बिगड़ते हालात से परेशान केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को दो बार उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. खास बात यह रही कि दोपहर बाद दूसरी बैठक में हिस्सा लेने के लिए एनएसए अजीत डोभाल अफ्रीकी दौरा बीच में छोड़कर लौट आए.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई दोनों ही बैठकों में मंत्रिमंडल के अधिकारी, आईबी और रॉ के चीफ मौजूद रहे. जबकि दोपहर बाद की बैठक में एनएसए अजीत डोभाल, सेना प्रमुख और सीआरपीएफ के डीजी के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया.
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर चर्चा
जानकारी के मुताबिक, बैठक में दो दिनों से रुकी अमरनाथ यात्रा के सोमवार को फिर से शुरू होने पर चर्चा हुई. अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के साथ ही घाटी में सुरक्षाबलों की तैनाती को लेकर चर्चा हुई.
घुसपैठ के निपटने के निर्देश
बताया जाता है कि गृह मंत्री ने सीमा पार से घुसपैठ को लेकर हर संभव सर्तकता बरतने को कहा. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी नेताओं से निपटने का प्लान तैयार किया गया. इस हाई लेवल मीटिंग में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को लेकर चर्चा हुई. बताया गया कि पत्थर फेंकने के लिए स्थानीय लड़कों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी भड़काया गया.
मिलिट्री ऑपरेशंस के डीजी ले. जनरल रणवीर सिंह ने राज्य में सेना की मौजूदगी पर प्रजेंटेशन दिया, जबकि आईजी ऑपरेशंस जुल्फिकार हसन ने सीआरपीएफ की तैनाती को लेकर प्रजेंटेशन दिया.